Worshiping in the temples on the occasion of Makar Sankranti
Worshiping in the temples on the occasion of Makar Sankranti 
जम्मू-कश्मीर

मकर संक्राति पर्व पर मदिरों में की पूजा-अर्चना

Raftaar Desk - P2

कठुआ 14 जनवरी (हि.स.)। मकर संक्राति पर्व श्रद्वा एव धूमधाम से मनाया गया। मिनी हरिद्वार के नाम से प्रसिद्व तीर्थ स्थल ऐरवां की पवित्र बावलियों में हजारों श्रद्वालुओं ने स्नान कर अपने-अपने कुल देवताओं से आर्शीवाद लिया। इस मौके पर पंजाब व अन्य राज्यों से सैंकड़ों श्रद्वालु पुण्य के भागी बनने के लिए यहां पहुंचे । वहीं प्रशासन द्वारा सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हुए थे। ऐरवां में आज सुबह तड़के ही श्रद्वालुओं का तांता लग गया था। भारी संख्या में श्रद्वालुओं ने स्नान करके मदिरों मे कुलदेवी-देवताओं को श्रद्वा अनुसार प्रसाद चढ़ाया। उधर, कठुआ शहर के मंदिरों में इस अवसर पर श्रद्वालुओ का तांता लगा रहा। इस अवसर पर सुबह सवेरे कठुआ शहर के मध्य स्थित माता आशापूर्णी मदिर,संत सरोवर मंदिर,बावलियों स्थित शिव मदिर, कृष्णा कालोनी स्थित महामंडलेश्वर मंदिर,पटेल नगर के प्रसिद्व शिव मंदिर तथा राधा कृष्ण मंदिर आदि में लोगों ने माथा टेका और पूजा अचर्ना की। रावी दरिया में भी सैंकडों श्रद्वालुओं ने नावं की पूजा-अचर्ना कर ‘बेया‘ दिया। सहार खड् स्थित शिव मंदिर में पूजा-अचर्ना के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। आज सुबह सूर्य देवता की भी लुका छिपी चलती रही जिससे ठंड भी चरम पर रही,लेकिन इसकी परवाह किए बगैर श्रद्वालुओं ने स्नान कर मंदिरो में पूजा अर्चना की। इसी प्रकार हीरानगर में भी मकर संक्राति के अवसर पर तहसील के विभिन्न धार्मिक स्थलों पर श्रद्वालुओं की भीड़ रही। मकर संक्राति पर यहां से हजारों लोग हरिद्वार गंगा स्नान के लिए गए है। जबकि हीरानगर तहसील के अन्य लोगों ने जाड़ी गांव की ‘जगदंबिनी गंगा’ और तरेली गांव में हजारों की संख्या में लोगों ने मंदिर के पास कमरे में कुछ वर्ष पूर्व बने आपशंभु मिट्टी की मूर्तियों के दर्शन किए। संयुक्त रूप से खिचड़ी पकाकर खाने के इस महान पर्व पर लोगों ने यहां मंदिरों में चावल और दाल चढ़ाकर खिचड़ी बनाने में योगदान दिया। वहीं घरों में भी गृहिणियों ने खिचड़ी बनाई। इस धार्मिक मौके पर कस्बा घगवाल के श्री नृसिंह मंदिर में भी भारी संख्या में महिलाओं ने धर्मराज को खिचड़ी चढ़ा कर पूजा अचर्ना की। इसी तरह बिलावर में भी हजारों श्रद्वालुओं ने विभिन्न मंदिरों में पूजा अनुष्ठान कर देश में शांति और खुशहाली के लिए प्रार्थना की। इस पवित्र अवसर पर विभिन्न मंदिरों, सरोवरों और नदियों पर पूजा और स्नान करने वालों का दिन भर तांता लगा रहा। हिन्दुस्थान समाचार/सचिन/बलवान-hindusthansamachar.in