जम्मू 22 जुलाई (हि.स.)। शिवसेना बाला साहेब ठाकरे जम्मू.कश्मीर ईकाई के नेताओं ने अमरनाथ यात्रा के रद्द करने के निर्देशों को लेकर प्रशासन पर श्रद्धालुओं को गुमराह करने एवं आस्था को ठेस पहुंचाने के साथ लाखों करोड़ों रूपयों को पानी में बहाने का आरोप लगाते हुए बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मनीश साहनी ने कहा कि पहले 21 जुलाई को यात्रा शुरू होने का ढिंढोरा पीटा जाता रहा और देर शाम यात्रा को रद्द करने के निर्देश जारी कर दिए जाते हैं। जो कि जम्मू.कश्मीर प्रशासन की निर्णय लेने की कमजोरी एवं कन्फ्यूजन को साबित करता है। साहनी ने कहा कि एक तरफ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनता को करोना के निर्देशों का पालन करते हुए इसके साथ जीना की सलाह देते हैं। वहीं दूसरी तरफ जम्मू.कश्मीर प्रशासन भी बाजार, माल, रेस्तरां यहां तक कि पार्क समेत पर्यटक स्थलों तक को खोलने के निर्देश जारी कर चुका हैं। मगर धार्मिक यात्राओं को लेकर प्रशासन की सोच सकारात्मक नहीं बन पा रही। साहनी ने कहा कि वह करोना संकट को भली.भांति समझते हैं और किसी तरह के जोखिम के हक में नहीं है मगर प्रशासन के आखरी समय पर यात्रा रद्द करने को लेकर उन्हें निराश किया हैं। इससे जहां एकतरफ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी उठानी पड़ी है वहीं यात्रा तैयारियों को लेकर लाखों करोड़ों रुपयों की बरबादी हुई है । साहनी ने जम्मू.कश्मीर उपराज्यपाल से ईद पर समय रहते गाइडलाइन जारी करने की अपील करते हैं। साहनी ने पवित्र श्री अमरनाथ गुफा से रोजाना लाइव आरती एवं दर्शन का स्वागत किया। इस मौके पर अध्यक्ष महिला विंग मिनाक्षी छिब्बर, कार्यकारी अध्यक्ष अश्विनी गुप्ता, महासचिव विकास बख्शी, सचिव राज सिंह, महिला उपाध्यक्ष सोफिया सागू, राजू सलारिया उपस्थित हुए। हिन्दुस्थान समाचार/मोनिका/बलवान-hindusthansamachar.in