Organized Ayush Medical Camp at Govindasar, distributed Ayurvedic medicines to 300 people
Organized Ayush Medical Camp at Govindasar, distributed Ayurvedic medicines to 300 people 
जम्मू-कश्मीर

गोविंदसर में आयुष चिकित्सा शिविर का आयोजन, 300 लोगों को आयुर्वेदिक दवाईयां वितरित की

Raftaar Desk - P2

कठुआ 16 जनवरी (हि.स.)। भारत सरकार के दिशा निर्देश पर कोविड-19 की महामारी से बचाव के लिए शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने आयुष विभाग द्वारा पीने की दवाई , तेल, निशुल्क वितरित किया जा रहा है। आयुष विभाग कोविड-19 के संकट काल में घर से बाहर निकलकर योद्धाओं की तरह काम कर रहे पुलिस कर्मचारी, नगर परिषद के सफाई कर्मचारी, पंचायत के अधिकारियों व कर्मचारियों को रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली आयुर्वेदिक दवाईयंा लगातार मुहैया करवा रहा है। आईएसएम निदेशालय जेएंडके केंद्र शासित प्रदेश में सभी आयुष दवाओं को बढ़ावा देने के साथ-साथ प्रतिरक्षा बढ़ाने के लिए जागरूकता का आयोजन कर रहा है। इस संबंध में जिला कठुआ के गांव गोविंदसर में निदेशक आईएसएम डॉ. मोहन सिंह, जिला एडीएमओ कठुआ, डॉ. विक्रम सिंह जम्वाल के निर्देशन में इसी तरह का शिविर आयोजित किया गया। उक्त शिविर में डॉ. बोध पॉल, नितिन शर्मा, अमरजीत सिंह और शशीपाल ने कोविड-19 के पूर्वावलोकन में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर डॉ. बोध पॉल ने कहा कि हाथ धोना, सामाजिक दूरी बनाऐ रखना, व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखना से अपने घर बीमारी में फैलने से रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि तुलसी, सुंठी, आंवला, दालचीनी, गिलोय, दशमूल की अश्वगंधा शतावरी जड़ी-बूटियों जैसी आयुष हर्बल दवाओं का बेहतर इस्तेमाल लोगों की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वहीं शिविर में मौजूद 300 लोगों को आयुर्वेदिक दवाईयां वितरित की। इस अवसर पर डॉ. बोध पॉल ने शिविर में उपस्थित सभी लोगों को संबोधित करते हुए कहा इस महामारी ने साबित कर दिया कि विश्व को स्वस्थ रखने के लिए आयुर्वेद व योग का पालन अब अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि शारीरिक ताकत बढ़ाने के साथ-साथ मानसिक मजबूती बहुत अधिक महत्वपूर्ण होती है व शारीरिक पुष्टता के साथ साथ मानसिक संतुलन होना भी खुशहाल जीवन का आधार है। हिन्दुस्थान समाचार/सचिन/बलवान-hindusthansamachar.in