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जम्मू-कश्मीर

एचएसएस ने संपति कर लगाने, बिजली के नीजिकरण और वाहनों को फिर से पंजीकरण करवाने का किया कड़ा विरोध

Raftaar Desk - P2

जम्मू, 12 फरवरी (हि.स.)। हिन्दुस्तान शिव सेना के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत कपूर ने जम्मू-कश्मीर यूटी में संपत्ति कर लगाने के सरकार के फैसले की सोमवार को कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि वह बिजली के नीजिकरण का डटकर विरोध करेगें। उन्होंने प्रेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केन्द्र शासित प्रदेश में टोल प्लाजा का कोई भी प्रावधान नहीं है लेकिन सरकार ने जम्मू में कई टोल प्लाजा लगाकर लोगों को करों के बोझ तले दबा दिया है। हिन्दुस्तान शिव सेना के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत कपूर ने जम्मू में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि आतंकवादग्रस्त इस राज्य के लोगों का रोजगार और व्यवसाय बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। वहीं 5 अगस्त, 2019 के बाद लंबे समय तक बंद होने और सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों तथा कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन से भी कारोवार बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। ऐसे में लोगों पर एक के बाद एक करके करों का बोझ डालना किसी भी तरह से तर्कसंगत नहीं ठहराया जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना महामारी के चलते व्यवसाय पूरी तरह से बंद रहे और भारी संख्या में लोग बेरोजगार होकर रह गए। ऐसे में कई राज्य पहले से लागू किए गए करों में छूट देकर और उनमें कमी करके लोगों को राहत देने पर विचार कर रहे हैं। लेकिन इसके विपरीत जम्मू और कश्मीर सरकार लोगों को आर्थिक रूप से कमजोर करने के लिए एक के बाद एक कर लगा रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में जब लोगों को आर्थिक रूप से राहत देने की आवश्यकता है तो ऐसे में संपति कर लगाना घोर अन्याय और अतार्किक है। उन्होंने बिजली के नीजिकरण को लेकर सरकार पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि हिन्दुस्तान शिव सेना इसे कतई स्वीकार नहीं करेगी और इसका डटकर विरोध किया जायेगा। इसके अलावा उन्होंने जम्मू में टोल प्लाजा लगाने पर भी गहरी चिंता जहिर की ओर कहा कि यूटी में कहीं पर भी टोल प्लाजा का कोई प्रावधान नहीं है तो जम्मू कश्मीर के मामले में ऐसा क्यों हैं। उन्होंने उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से इस मामले में लोगों को स्थिति स्पष्ट करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि धारा 370 और 35ए को समाप्त करने के केद्र सरकार के फैसले का जम्मूवासियों ने इस उम्मीद के साथ स्वागत किया था कि उनको पिछले सात दशकों से हो रहे भेदभाव से मुक्ति मिलेगी। लेकिन यूटी बनने के बाद से जम्मू के देशभक्त लोगों पर एक के बाद एक कर लगाया जा रहा है जो कि वास्तव में निंदनीय है। उन्होंने लखनपुर गेटवे पर अवरोध के कारण आम जनता और भारत के विभिन्न स्थानों से आने वाले यात्रियों और वाहनों को घंटों इंतजार करना पड़ता है जिससे उनको भारी परेशानी होती है। उन्होंने इस अवरोध को तुरंत हटाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार नए वाहनों पर भी 9 प्रतिशत कर लगा रही है। इसके अलावा राज्य के बाहर से खरीदे गए वाहनों को फिर से पंजीकरण करवाने और टैक्स भरने के लिए कहा जा रहा है जो कि वास्तव में निंदनीय है। उन्होंने कहा कि नौकरशाही जम्मू कश्मीर में आए दिन एक के बाद एक करके नए एक्सपेरिमेंट कर रही है और लोगों को दबा रही है। विक्रांत कपूर ने कहा कि हिन्दुस्तान शिव सेना इसे कतई स्वीकार नहीं करेगी और इसका कड़ा विरोध किया जायेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया कि वह इन मामलों की गंभीरता को समझते हुए इसमें हस्तक्षेप करें और इन मामलों में लोगों को राहत देने के लिए फिर से विचार करें। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने संपति कर के फैसले को वापस लेने सहित अन्य मसलों का भी तत्काल से कोई हल नहीं निकाला तो हिन्दुस्तान शिव सेना इसके खिलाफ बड़ा आंदोलन शुरू कर देगी ओर इससे उत्पन्न हालात के लिए सरकार ही परी तरह से जिम्मेदार होगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार जम्मू में वर्ष 2008 वाले हालात पैदा करना चाहती है जब जम्मूवासियों ने सरकार को झुकने के लिए मजबूर कर दिया था। हिन्दुस्थान समाचार/अमरीक/बलवान