जम्मू, 30 मार्च (हि.स.)। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) को मंगलवार को उस समय एक और बड़ा झटका लगा जब इसके पूर्व एमएलसी सुरिंदर चौधरी ने पार्टी की मूल सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले चौधरी ने पार्टी के महासचिव ओर संसदीय मामलों की समिति सहित सभी पदों से अपना इस्तीफा सौंप दिया था। जम्मू में आज एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए चौधरी ने कहा कि उन्होंने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया है। पीडीपी को भूमि हड़पने वालों सहित माफिया द्वारा अपहरण कर लिया गया है। उन्होंने दावा किया कि इसके मामले बद से बदतर होते जा रहे हैं। मेरे हालिया इस्तीफे के बाद, पार्टी प्रमुखों ने मेरे निर्णय के कारणों को जानने के लिए मुझसे संपर्क करने की जहमत नहीं उठाई। इसलिए मैंने आज पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि लगभग एक हफ्ते तक उन्होंने इस उम्मीद के साथ इंतजार किया कि पीडीपी प्रमुख उनसे संपर्क कर सकते हैं, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। चौधरी ने नाराजगी भरे लहजे में कहा, जब पार्टी प्रमुख को दिवंगत मुफ्ती मुहम्मद सईद के प्रतिबद्ध सिपाही के इस्तीफे की कोई परवाह नहीं है, तो अब पार्टी में रहने का कोई औचितय नहीं है। यह पूछे जाने पर कि अब वह किस पार्टी में शामिल होंगे तो उन्होंने कहा कि इस समय इस विषय पर टिप्पणी करना बहुत जल्दबाजी होगी। मैं अपने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ विचार-विमर्श करूंगा और फिर अंतिम फैसला करूंगा। उन्होंने कहा कि वह हाथ जोड़कर महबूबा जी से अपील करते हैं कि जो लोग पार्टी छोड़ रहे हैं उन्हें बदनाम न करें। जब नेता पार्टी छोड़ रहे हैं, तो यह अफवाहें फैलाई जा रहीं हैं कि सरकार और एजेंसियां उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर कर रही हैं। उन्होंने कहा कि किसी ने भी मुझे पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया। हिन्दुस्थान समाचार/अमरीक/बलवान