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हिमाचल-प्रदेश

अंतरराज्यीय बस चलाने वाली हिमाचल की पहली महिला बस चालक बनी सीमा ठाकुर

Raftaar Desk - P2

31/03/2021 एचआरटीसी की शिमला-चंडीगढ़ बस का थामा स्टेरिंग शिमला, 31 मार्च (हि.स.)। सोलन जिला की रहने वाली सीमा ठाकुर अंतरराज्यीय बस चलाने वाली हिमाचल प्रदेश की पहली महिला बस चालक बन गई है। बुधवार की सुबह उन्होंने शिमला-चंडीगढ़ रूट पर चलने वाली एचआरटीसी की एक बस का स्टीयरिंग संभाला तो उन्हें देख लोग दंग रह गए। पांच साल पहले वह एचआरटीसी में चालक के पद पर भर्ती हुई थी। शुरू में उसे राजधानी शिमला में एचआरटीसी की टेक्सी चलाने के लिए दी गई। कई बार गुहार लगाने के बाद सीमा को तीन वर्ष पूर्व 2018 में बस चलाने के लिए दी गई और शिमला-सोलन रूट की इलेक्ट्रिक बस में तैनात किया गया था। इस रूट पर सफलतापूर्वक बस चलाने के बाद एचआरटीसी ने अब उन्हें इंटर स्टेट रूट की बड़ी जिम्मेदारी प्रदान की है। सीमा ठाकुर ने शिमला-चंडीगढ़ रूट पर बस चलाकर महिला सशक्तीकरण की नई मिसाल पेश की है। एचआरटीसी की बस लेकर सीमा ठाकुर शिमला से 7 बजकर 55 मिनट पर चंडीगढ़ के लिए रवाना हुई। वहीं चंडीगढ़ से ये बस 12:30 बजे शिमला के लिए वापिस हुई। इससे पहले सीमा ठाकुर शिमला-सोलन से इलेक्ट्रिकल बस चलाती रही हैं। उल्लेखनीय है कि 31 वर्षीय सीमा ठाकुर सीलन जिले के अर्की की रहने वाली हैं। सीमा ने बचपन में ठान लिया था कि उसे कुछ हट कर करना है। सीमा ने एचआरटीसी में बस चालक बनने का लक्ष्य निर्धारित किया, लेकिन चालक बनने तक का सफर आसान नहीं था। उन्होंने शिमला के कोटशेरा कॉलेज ने बीए और इसके बाद हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला से एमए की पढ़ाई की। कुछ अलग करने की चाहत के कारण सीमा ने बस चालक का प्रोफेशन चुना तथा सभी दिक्कतों को पार कर सीमा ने आखिरकार एचआरटीसी की बस का स्टीयरिंग थाम लिया। सीमा के पिता बलि राम भी एचआरटीसी में चालक थे। उनका निधन हो चुका है। हिन्दुस्थान समाचार/उज्ज्वल/सुनील