Cyber Cell Market Recovers 21 Lakhs Of Cyber Fraud In 2020
Cyber Cell Market Recovers 21 Lakhs Of Cyber Fraud In 2020 
हिमाचल-प्रदेश

साइबर सेल मंडी ने वर्ष 2020 में साइबर धोखाधड़ी के वसूले 21 लाख रुपए

Raftaar Desk - P2

मंडी, 16 जनवरी (हि. स.)। मंडी पुलिस के साइबर सेल ने वर्ष 2020 में, साइबर धोखाधड़ी के 13 मामलों का सफलतापूर्वक समाधान किया है। जिसके चलते कुल 21 लाख रुपये वसूले गए और साइबर धोखाधड़ी के कारण इस पैसे को खोने वाले लोगों को वापस कर दिया गया। एसपी मंडी शालिनी अग्रिहोत्री ने बताया कि साइबर धोखाधड़ी में सबसे प्रचलित पेटीएम पिन और संख्याओं का विवरण साझा करना, एटीएम क्लोनिंग डेबिट, क्रेडिट,एटीएम कार्ड का विवरण साझा करना शामिल हैं । इसके अलावा पिन, ओटीपी, सीवीवी, कार्ड पर नाम, कार्ड नंबर आदि धोखाधड़ी वाली साइटों पर ऑनलाइन शॉपिंग धोखेबाजों द्वारा भेजे गए ऑनलाइन लिंक को संचालित करना। वहीं धोखाधड़ी खातों में नकद जमा करना, लॉटरी, विदेशियों से उपहार, लकी ड्रा आदि शामिल है। उन्होंने बताया कि एटीएम नंबर, नाम, पिन, सीवीवी (पीछे की ओर तीन अंक), ओटीपी मोबाइल फोन या ईमेल पर, पेटीएम पिन या भीम, गूगल पे, सैमसंग मनी, एयरटेल जैसे अन्य ऑनलाइन भुगतान प्लेटफार्मों जैसी वित्तीय जानकारी दोहराई जाती है। पैसा, जीयो मनी, एमपैसा आदि कभी भी किसी के साथ साझा नहीं किया जाए। उन्होंने बताया कि इन विवरणों के बारे में जानने के लिए बैंक, पुलिस स्टेशन, हवाई अड्डे, आयकर, उत्पाद शुल्क, कस्टम कार्यालय से कोई कॉल नहीं करता है। यदि आप किसी भी बैंकिंग से संबंधित समस्या का सामना कर रहे हैं, तो व्यक्तिगत रूप से बैंक पर जाएं या एक बैंक कर्मचारी को कॉल करें जिसे आप व्यक्तिगत रूप से जानते हैं। गूगल या अन्य खोज इंजनों पर उपलब्ध टोल फ्री नंबर को धोखेबाजों से भी जोड़ा जा सकता है, इसलिए केवल बैंक दस्तावेजों पर दिए गए हेल्पलाइन नंबर का उपयोग करें या उन नंबरों का जो बैंकों द्वारा प्रदर्शित किए जाते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/मुरारी/सुनील-hindusthansamachar.in