कोहिमा,13 अप्रैल (भाषा) आठ छात्र इकाइयों के संगठन ‘ द नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेंशन’ (एनईएसओ) ने क्षेत्र में दसवीं कक्षा तक हिंदी को अनिवार्य विषय बनाने के केन्द्र के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह कदम पूर्वोत्तर की मूल भाषाओं के लिए अहितकर होगा और इससे सौहार्द बिगड़ेगा। क्लिक »-www.ibc24.in