टमाटर के बाद अब इस सब्जी के रेट में लगी आग
टमाटर के बाद अब इस सब्जी के रेट में लगी आग 
छत्तीसगढ़

टमाटर के बाद अब इस सब्जी के रेट में लगी आग, मार्केट में बिक रही 800 रुपये किलो

धमतरी, हि.स.। वर्षा थमने के बाद इन दिनों शहर के बाजार में मौसमी सब्जी सरईबोड़ा बिकने के लिए पहुंच चुका है। बाजार में इन दिनों इसकी कीमत प्रति किलो 800 रुपये है। यह सब्जी प्रोटीन व लवण से भरपूर होता है इसलिए लोग इसे महंगे होने के बाद भी हाथों-हाथ खरीद रहे हैं। इसे सुपर फूड भी कहा जाता है। शहर के चौक-चौराहों पर लोग इसे खरीदने पहुंच रहे हैं। बता दें कि टमाटर इन दिनों काफी महंगा बिक रहा है। 200 रुपये प्रति किलो टमाटर बिक रहा है। ऐसे में इस सब्जी के भाव ने मार्केट में मानों आग ही लगा दी है।

सब्जी को देखते ही लोग वहां खरीद के लिए पहुंच रहे

धमतरी शहर के अंबेडकर चौक से रूद्री रोड के फुटपाथ पर, सिहावा चौक, गोल बाजार, इतवारी बाजार और रामबाग में इन दिनों मौसमी सब्जी सरईबोड़ा बिकने के लिए पहुंच चुका है। इस सब्जी को देखते ही लोग वहां खरीद के लिए पहुंच रहे हैं। क्योंकि यह सबसे पहला मौसमी सब्जी है। बाजार में इसकी कीमत प्रति किलो 800 रुपये बिक रहा है। काफी महंगा होने के बाद भी लोग इसे हाथों-हाथ खरीद रहे हैं, क्योंकि इन दिनों यह सुपरफूड सबकी पसंद है। जल्द ही बाजार में फुटू, खेक्सी समेत अन्य मौसमी सब्जियां पहुंचने वाला है, इसका लोगों को बेसब्री से इंतजार है। सरईबोड़ा बेच रहे बसंत ध्रुव ने बताया कि नगरी व बस्तर क्षेत्र से लाए हैं, जिसे लोग महंगा होने के बावजूद खरीद रहे हैं। सड़क किनारे सरईबोड़ा की मौसमी सब्जी इन दिनों हर वर्ग को खरीद के लिए अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। क्योंकि सरईबोड़ा के बाजार में आने का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है।

सरईबोड़ा सेहत के लिए काफी फायदेमंद

जानकारी के अनुसार सरईबोड़ा जिले के नगरी ब्लाक अंतर्गत कई गांवों से लगे जंगल में मिलता है। धमतरी व नगरी पहुंच मार्ग के बीच कुछ सरई के जंगल है। इस पेड़ के आसपास इसका उत्पादन होता है। वनांचल के लोग इसे जंगल से निकालकर बाजार में बेचने लाते हैं। धमतरी में बस्तर समेत अन्य जगहों से सरईबोड़ा बिक्री के लिए पहुंचता है। धमतरी के शिशुरोग विशेषज्ञ डा बीके साहू ने बताया कि सरईबोड़ा सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। यह मशरूम की तरह है। इसमें प्रोटीन और मिनरल्स (लवण) भरपूर मात्रा में मिलता है, जो सेहत के लिए फायदेमंद है। यह साल में यह सिर्फ एक से डेढ़ माह तक मिलता है और यह सिर्फ मौसम के आधार पर उत्पादन होता है।