नई दिल्ली। गर्भावस्था के दौरान अगर कोई महिला ससुराल के बजाय अपने माता-पिता के साथ रहती है तो यह तलाक का आधार नहीं हो सकता। इसे उसका पति ‘क्रूरता की श्रेणी’ में नहीं रख सकता। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस केएम जोसेफ और ऋषिकेश रॉय की बेंच ने यह फैसला सुनाया क्लिक »-www.ibc24.in