नयी दिल्ली, 11 मार्च (भाषा) दिल्ली उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डी. एन. पटेल ने शुक्रवार को कहा कि न्यायाधीश सिर्फ कानूनों की व्याख्या करने के लिए हैं, नीति निर्माण या उनमें सुधार करने के लिए नहीं है और उन्हें न्यायिक सक्रियातावाद और संयम के बीच संतुलन बनाए रखना चाहिए। क्लिक »-www.ibc24.in