चेन्नई, 23 अप्रैल (भाषा) उच्चतम न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमण ने शनिवार को यहां कहा कि न्यायाधीश आंख बंद करके नियमों को लागू नहीं कर सकते, क्योंकि संघर्षों का एक मानवीय चेहरा होता है और कोई भी निर्णय देने से पहले, उनके सामाजिक-आर्थिक कारकों और समाज पर अपने क्लिक »-www.ibc24.in