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उत्तराखंड : बद्रीनाथ-केदारनाथ यात्रा के लिए पहले दिन नौ हजार यात्रियों ने करवाया पंजीकरण

देहरादून, एजेंसी। बद्रीनाथ और केदारनाथ चारधाम यात्रा के लिए पहले दिन अब तक 9 हजार यात्री अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। धामों में कतार प्रबंधन के स्लॉट टोकन व्यवस्था की शुरुआत की गई है।


25 अप्रैल से खुलेंगे कपाट

उत्तराखंड के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि इस बार चारधाम यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल से होगी। केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को तो बदरीनाथ के 27 अप्रैल को खुलेंगे जबकि परंपरा के अनुसार 22 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई समीक्षा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में मंगलवार को सचिवालय में चारधाम यात्रा तैयारियों को लेकर हुई समीक्षा बैठक हुई। इसके बाद जारी अपने एक बयान में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए आज से ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो गए हैं। पर्यटन विभाग का पोर्टल सुबह सात बजे खुला रहेगा। चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in या व्हाट्सअप नंबर 8394833833 या टोल फ्री नंबर 1364 के जरिये भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस बार चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए 4 तरह से पंजीकरण की व्यवस्था की गई है, जिसमें ऑनलाइन पंजीकरण, एप के माध्यम से पंजीकरण, ऑन कॉल पंजीकरण और व्हाट्सएप के माध्यम से पंजीकरण करवाया जा सकता है।

बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना
गत वर्ष की भांति इस बार भी चारधाम यात्रा पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। जीएमवीएन के गेस्ट हाउसों में पिछले 4 दिनों में ढाई करोड़ की बुकिंग की जा चुकी है।
मंगलवार (आज) से प्रारंभ हुए पंजीकरण के तहत अब तक बद्रीनाथ एवं केदारनाथ के लिए 9 हजार यात्री अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। धामों में कतार प्रबंधन के स्लॉट टोकन व्यवस्था की शुरुआत की गई है। इस बार चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों के लिए 4 तरह से पंजीकरण की व्यवस्था की गई है।

पंजीकरण के लिए दिए गए निर्देश

यात्रियों के पंजीकरण व यात्रा संबंधित जानकारी के लिए कंट्रोल रूम की स्थापना के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही यात्रियों की सुविधा के लिए सभी विभागों को समय से अपना होमवर्क तैयार करने के निर्देश देने के साथ-साथ क्लाइमेटेशन और कैरिंग कैपेसिटी का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
नेशनल हाईवे और बीआरओ को दिए गए निर्देश

लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि लोक निर्माण विभाग, नेशनल हाईवे और बीआरओ को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि चारधाम रूट की सभी सड़कों को समय से दुरुस्त कर लें। चारधाम यात्रा से पूर्व यात्रा मार्ग की सभी सड़कों के सुधारीकरण, पैच वर्क और गड्ढा मुक्त करने के लिए लोक निर्माण विभाग, एनएच और बीआरओ को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।

सड़कों की निगरानी के लिए एप बनाने के निर्देश

सड़कों की निगरानी के लिए लोक निर्माण विभाग को एप बनाने के निर्देश दिए गए हैं। जिन स्थानों पर अधिकांश मार्ग अवरुद्ध होते हैं। ऐसे स्थानों का चिह्नीकरण कर जेसीबी आदि की तैनाती की व्यवस्था की जाएगी। मार्ग अवरुद्ध होने पर मार्ग खोलने की मशीनें तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। जेसीबी, पोकलैंड मशीन, रिकवरी वैन बुलडोजर की व्यवस्था के साथ-साथ सुपरवाइजर और चालकों के मोबाइल नंबर की उपलब्धता के भी निर्देश दिए गए हैं। यात्रा मार्गों में क्रैश बैरियर और साइनेज लगाने की व्यवस्था की जा रही है।