खगड़िया, 24जुलाई (हि.स.)। खगड़िया जिले में कोसी और बागमती नदियों के जलस्तर में वृद्धि से विभिन्न तटबंधों के कुछ स्थानों पर रिसाव प्रारंभ हो गया है जिसे समय रहते ठीक किया जा रहा है। शुक्रवार को जिले के चौथम प्रखंड अंतर्गत लगमा भरपुरा जमीनदारी बांध के तीसरे किलोमीटर में पानी का रिसाव देखा गया। इस बात की जानकारी मिलते ही बाढ़ नियंत्रण विभाग के अभियंताओं ने रिसाव वाले स्थान पर सुरक्षात्मक कार्य शुरू कर दिया है। इसके पहले बदला नगरपारा तटबंध में दो स्थानों पर कैथी और मलपा गांव में रिसाव हो रहा था जिसे समय रहते ठीक कर लिया गया। बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता गोपाल मिश्रा ने जानकारी दी कि पानी के दबाव के कारण रिसाव होना सामान्य बात है। इधर कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक और गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि के संकेत हैं। गंगा नदी को छोड़कर बाकी दो नदियां बूढ़ी गंडक और कोसी नदी खतरे के निशान से लगभग दो मीटर ऊपर बह रही है। बागमती नदी खतरे के निशान से लगभग 3 मीटर की ऊंचाई छूने की ओर अग्रसर है। शुक्रवार को प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 19.5 मि.मी. दैनिक वर्षा दर्ज की गई। बागमती नदी का जलस्तर 38.36 मीटर , कोसी नदी का जलस्तर 35.81 मीटर, बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर 36.05 मीटर तथा गंगा नदी का जलस्तर 32.85 मीटर दर्ज किया गया। इधर बाढ़ का दायरा बढ़कर 22 पंचायतों के 71 गांव तक पहुंच गया है। कुल मिलाकर 43272 लोग बाढ़ प्रभावित हुए हैं । जिले के सभी सात अंचल बाढ़ प्रभावित हो गए हैं। डीएम आलोक रंजन घोष ने बताया कि शुक्रवार को अलौली में फूड पैकेट वितरण किया गया तथा गोगरी में सामुदायिक रसोई की व्यवस्था की जा रही है। इसके पहले मानसी में सामुदायिक रसोई शुरू की गयी है जहां बाढ़ प्रभावित आबादी के रहने और भोजन की व्यवस्था की गई है। हिन्दुस्थान समाचार/अजिताभ/विभाकर-hindusthansamachar.in