कोसी नदी के जलस्तर में कमी से तटबंध के भीतर रह रहे लोगों को राहत,बाहर परेशानी
कोसी नदी के जलस्तर में कमी से तटबंध के भीतर रह रहे लोगों को राहत,बाहर परेशानी 
बिहार

कोसी नदी के जलस्तर में कमी से तटबंध के भीतर रह रहे लोगों को राहत,बाहर परेशानी

Raftaar Desk - P2

सहरसा,25 जुलाई(हि.स.)। सहरसा जिले के कोसी तटबंध के भीतर कोसी नदी के जलस्तर में धीरे धीरे कमी होने पर नवहट्टा,महिषी,सिमरी बख्तियारपुर व सलखुआ प्रखंड के लोग थोड़ी- थोड़ी राहत महसूस करने लगे हैं। ठीक इसके विपरीत सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड के कोसी तटबंध के बाहर के पंचायत पहाड़पुर,महम्मदपुर, सरोजा, सोनपुरा, सरडीहा, रायपुरा,सिटानाबाद दक्षिणी,सिटानाबाद उत्तरी के लोग बाढ़ के पानी से तबाह हैं। इन आठोंं पंचायतों के किसानों के हज़ारों एकड़ में लगी धान की फसल डूबकर बर्वाद हो गई है। निचले इलाके में स्थित दर्जनों गरीबों के ईंट, मिट्टी व फूस के घरों में पानी घुस गया है। कई घर बाढ़ के पानी में धराशायी भी हो गये हैंं।चारों तरफ बाढ़ का पानी आ जाने से सबसे ज्यादा परेशानी पशुपालकों को हो रही है। मवेशियों को चारा खिलाने की व्यवस्था नहींं है। पशुपालक मजबूरन जलकुंम्भी खिलाकर मवेशी को जिंदा रखे हुए हैं। मवेशी जलकुंम्भी भी बमुश्किल से खा पाते हैंं। संपन्न किसान मक्का से अधिक 1400 रुपये प्रति क्विंटल कीमत पर गेहूं का भूसा खरीदने को मजबूर हैं।बाढ़ पीड़ितों को हाट-बाजार जाने के लिए एक अदनी सी नाव उपलब्ध नहींं है। पहाड़पुर पंचायत में दो जगह अंधरी घाट व बलुआहा घाट पर नाव की अत्यंत आवश्यकता है। नाव के अभाव में इस क्षेत्र के सैकड़ों लोगों को रोजाना लोगों को निजी नाव का सहारा लेकर आर पार होना पड़ता है।ज्ञात हो कि उक्त दोनों घाट तक दोनों तरफ लोगों को आने जाने के लिए करोड़ों रुपये की लागत से पक्की सड़क बनी है।अंधरी घाट पर पुल निर्माण कार्य तो चल रहा है लेकिन बलुआहा घाट पर न तो पुल है एवं न ही नाव की व्यवस्था है। हिन्दुस्थान समाचार/अजय/विभाकर-hindusthansamachar.in