केंद्र और राज्य की सरकार   किसान विरोधीः रालोसपा
केंद्र और राज्य की सरकार किसान विरोधीः रालोसपा 
बिहार

केंद्र और राज्य की सरकार किसान विरोधीः रालोसपा

Raftaar Desk - P2

पटना 22 सितंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) ने मंगलवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी और बिहार की नीतीश कुमार सरकार को किसान विरोधी बताया। कहा, कृषि बिल के जरिए मोदी सरकार किसानों को कॉरपोरेट घरानों का गुलाम बनाने में लगी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि देश के अन्नदाताओं के साथ सरकार छल और धोखा करने में लगी है। पहले नोटबंदी, फिर व्यापार बंदी, उसके बाद तालाबंदी और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई वाली सरकार खेत बंदी करने की कोशिश में है। हम सरकार के इस कदम का विरोध करते हैं। कुशवाहा ने बिहार सरकार पर हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने सत्ता में आने के बाद पहला काम मंडी प्रणाली खत्म कर न्यूनतम समर्थन मूल्य खत्म कर डाला। नीतीश कुमार के कार्यकाल में किसान औने-पौने दामों में अपनी उपज बेचने को मजबूर हैं। कुशवाहा ने कहा कि संसद के दोनों सदनों में बिल के समर्थन से नीतीश कुमार का किसान-मजदूर विरोधी चेहरा फिर उजागर हुआ है। कुशवाहा ने कृषि बिल को काला कानून बताया और कहा कि संसद में सरकार ने तानाशाही रवैया अपना कर और लोकतांत्रिक मूल्यों को परे रख कर दोषपूर्ण कृषि बिल पास करवाया। रालोसपा ने किया 25 सितंबर के भारत बंद का समर्थन पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने कहा कि रालोसपा ने किसान संगठनों के 25 सितंबर के भारत बंद के फैसले का समर्थन करने का फैसला किया है। पार्टी अध्यक्ष ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर किसानों के मुद्दे पर बुलाए भारत बंद के समर्थन का एलान किया। मल्लिक ने बताया कि पार्टी ने गठन के समय ही जय किसान-जय नौजवान का नारा दिया था। बिहार में पार्टी युवाओं और किसानों के मुद्दे पर लगातार संघर्ष कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/विभाकर-hindusthansamachar.in