Chhath Puja 2023
Chhath Puja 2023 
बिहार

Chhath Puja 2023: छठ पर बिहार-यूपी जाने वालों को लगा झटका, टिकट का रेट 24 हजार के पार

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। देश की राजधानी दिल्ली में बिहार-यूपी के लाखों लोगों रोजगार के लिए आते हैं। यहां पर जीवनयापन करने के दौरान घर जाना कम ही हो पाता है। ऐसे में बिहार और यूपी के लोग एक खास मौके पर जरूर घर जाते हैं वह है महापर्व 'छठ'। बिहार-यूपी में छठ पर्व की घूम रहती है। लोग इस पर्व में दूर दूर से भी घर आते हैं। ऐसे में ट्रेन हो या फ्लाइट सभी में टिकटों के रेट बढ़ जाते हैं। बसों में तो मारामारी अक्सर ही दिख जाती है। लोग छत पर भी सफर करने को मजबूर हो जाते हैं।

दरभंगा जाने वालों को लगा झटका

महापर्व छठ को लेकर बिहार के लोगों के दिलों में एक खास स्थान रखता है। ऐसे में बिहार से बाहर रह रहे लोगों को छठ के मौके पर अपने घर आने की खास लालसा होती है। लेकिन हर वर्ष की भांति इस साल भी उत्तर बिहार के एकमात्र हवाईअड्डे दरभंगा के लिए देश के सभी महानगरों से आने का किराया आसमान छू रहा हैं। दिल्ली से दरभंगा आने वाली फ्लाइट का टिकट शुल्क 16,486 है ,मुम्बई से दरभंगा आने वाली फ्लाइट का टिकट का शुल्क 24,046 है।

यहां देखें टिकटों के दाम

इसके अलावा बेंगलुरु से दरभंगा आने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट के टिकट का प्राइस 11 नवम्बर को 15,120 है। हैदराबाद से दरभंगा आने वाली टिकट का प्राइस 22,955 है। साथ ही इसी टिकट का प्राइस 16 नवंबर को बेंगलुरु से दरभंगा के लिए 14,070 रुपये है। दिल्ली से दरभंगा के लिए 12,172 रुपये, और हैदराबाद से दरभंगा के लिए 20,015 रुपये है। कोलकता से दरभंगा आने के लिए 21,683 रुपये खर्च करने होंगे।

सरकार का दावा हवा-हवाई

जब दरभंगा एयरपोर्ट बन गया तब लोगों के दिलों में आशा जगी कि वह आसानी से अपने घर जा सकते हैं। लेकिन, इस सबके एक तरफ जहां उड़ान योजना के तहत शुरू हुए दरभंगा एयरपोर्ट के बारे में सरकार यह दावा करती है। हमने यह एयरपोर्ट बनाकर हवाई चप्पल पहनने वालों को हवाई यात्रा करने का अवसर प्रदान किया।दूसरी और इसका किराया आसमान छू रहा है। आमतौर पर फ्लाइट्स के टिकट बुकिंग के लिए कहा जाता है कि अगर लंबे अवधि के टिकट की बुकिंग कराई जाए तो टिकट सस्ता उपलब्ध होता है, लेकिन दरभंगा एयरपोर्ट इस सब के मामले में बहुत अलग प्रतीत होता है। दरभंगा में विमानों का परिचालन उड़ान योजना के तहत किया जा रहा है।राज्य सरकार यहां एटीएफ पर मात्र एक प्रतिशत वैट वसूलती है। ऐसे में अन्य बड़े हवाई अड्डों की तुलना में यहां से हवाई किराया सस्ता होना चाहिए, लेकिन स्थिति इसके उलट है।

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