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बिहार

कोविड-19 संक्रमण को लेकर मस्जिद और ईदगाहों में नहीं होगी ईद- उल -फितर की नमाज

Raftaar Desk - P2

बगहा,12मई(हि.स.)।बगहा एक में कोविड-19 संक्रमण को लेकर और सरकार के द्वारा जारी लॉकडाउन को देखते ईद- उल -फितर की नमाज़ को लेकर बगहा नगर के रत्नमाला मुहल्ला में समाज के बुद्धिजीवियों की एक बैठक आज वुधवार को हुई। बैठक में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए ईद -उल- फितर की नमाज ईदगाह और मस्जिदों में नहीं किए जाने का फैसला लिया गया। बैठक में नगर सभापति प्रतिनिधि फिरोज आलम, बगहा थाना अध्यक्ष आनंद कुमार सिंह के साथ कई मस्जिदों के इमाम और नगर के लोग इस बैठक में मौजूद थे। जिसमें लोगों से अपील की गई कि घरों में ही नमाज अता करें। ईदगाह मस्जिद के मुफ्ती गयासुद्दीन कासमी बताया कि बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए और आवाम के फैसले पर सभी मुसलमान भाई घरों में ही नमाज पढ़ें । घर में नमाज पढ़ने के लिए एक इमाम वह कोई भी जो आलिम है बन सकता है। उनके पीछे तीन आदमी नमाज अता कर सकते हैं, अगर इमाम ना हो तो तो घर में 2 रेकात नफिल नमाज पढ़ ले। साथ ही मुफ्ती ज्ञासुद्दीन कासमी ने बताया कि लगातार 2 सालों से ईद -उल -फितर की नमाज मस्जिदों में नहीं हुई, क्योंकि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह फैसला लिया गया। सभी लोगों से अपील की गई है कि घरों में ही नमाज अदा करें। वही बगहा एक में हुई बैठक जिसमें सभी लोगों ने आपसी सहमति के साथ निर्णय लिया कि मस्जिदों व ईदगाह में नमाज अता नहीं की जाएगी। सिर्फ मस्जिद के देखरेख करने वाले 4 से 5 लोग ही नमाज़ पढ़ सकेंगे । नगर के लोग घरों में ही रह कर नमाज अता कर सकते हैं। वहीं इस बार भी लोगो मायूस है ईद उल फितर की नमाज नहीं पढ़ी जाएगी, नाही इस बार बाजार खुलेंगे कोरोना वायरस का कहर बगहा शहर में बढ़ गया है । आवाम के हित के लिए नगर के बुद्धिजीवियों व प्रशासन के द्वारा यह निर्णय लिया गया। मौके पर मौजूद नगर के मौलाना उपसभापति प्रतिनिधि थानाध्यक्ष पुलिस पदाधिकारी आदि मौजूद थे।हिन्दुस्थान समाचार /अरविंद नाथ तिवारी