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बिहार

महिषी प्रखंड की मुखिया ने मुख्यमंत्री से दलित,महादलितो को आवास देने की मांग की

Raftaar Desk - P2

सहरसा,28 मई(हि.स.)। महिषी प्रखंड के ग्राम पंचायत आरापट्टी की मुखिया शांतिलक्ष्मी चौधरी ने शुक्रवार को बताया कि पूर्व पंचायत आवास सहायक की लापरवाही के कारण आरापट्टी ग्राम पंचायत के कई महादलित और अनुसूचित जाति के परिवार आज 'यास' तूफान की ठंढ़ी हवा के थपेड़ों और मूसलाधार वर्षा की संकट की मार झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि अभी पूरे तीन महीने बरसात के मौसम की आफत को झेलना बाकी है। यहां वार्ड नं एक थनवार, वार्ड तीन और चार कुम्हरा, वार्ड नं पांच और छ: रामपुर भरना , मुरली और अंग्रेजिया पोखर, वार्ड नं सात और नौ आरापट्टी, एवं वार्ड नं ग्यारह और बारह खजुराहा और मजरही में महादलित और अनुसूचित जाति के लोग अभी भी फूस के बने टाट और छप्पर के घर में रह रहे हैं। कई घरों पर पिछले बाढ़ आपदा के समय बांटे गये प्लास्टिक के छप्पर वाली झुग्गी विद्यमान है। उन्होंने कहा कि इन गरीब परिवारों के सदस्यों का कहना है कि इनके माता-पिता को पीलर और फूस का घर बनाने के लिये कम राशि का आवास का लाभ भले मिला हुआ हो सकता है। परन्तु पिछले कई सालों से वे सभी भाई अपने अपने बच्चों के साथ अलग अलग कच्चे घरों में रह रहे हैं। गांव के बिचौलियों ने कई बार इन्हें आवास का लाभ दिला देने के नाम पर रुपये का ठगी किया है। परन्तु आज तक इनका अपना पक्का घर नहीं बन सका है। गांव के सामाजिक कार्यकर्त्ताओं ने बताया कि ग्राम सभा में एक बार प्रस्ताव पास होने के बाद आवास का लाभ दिलाने की प्रक्रिया में सारी भूमिका आवास सहायक के पास केन्द्रित हो जाते हैं। जिससे वे मनमानी करने लगते हैं। बिचौलियों के साथ मिलकर वे फिर सूची के नामों में हेराफेरी करने लगते हैं जिससे दलाली और रिश्वतखोरी को बढ़ावा मिलता है। हिन्दुस्थान समाचार/अजय