मुज़फ़्फ़रपुर,30 अप्रैल (हि.स.) | सरकार चाहे जितनी भी दावे कर ले लेकिन जिले के ही नहीं उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल एसकेएमसीएच की हालत देखकर आप भी दंग रह जाएंगे| वह भी वहां जहां पर कोरोना संक्रमण से ग्रसित मरीज भर्ती है| कोरोना मरीजों के लिए बेहतर अस्पताल व्यवस्था बनाई गई है । उस वार्ड में गंदगी का आलम ऐसा है की स्वस्थ्य इंसान भी मरीज बन जाए| यह हम नहीं कह रहे हैं तमाम बातें तस्वीर कह रही है| जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने जब एसकेएमसीएच का दौरा किया और कोविड-19 के मरीजो का हाल-चाल जानने स्पेशल वार्ड में गए तो वह का द्रश्य देख सभी हक्का-बक्का रह गए| व्यवस्था इतनी लचर थी जिसका अंदाजा लगाकर इंसान के रूह कांप जाएंगे| ना कोई डॉक्टर ना कोई सफाई कर्मी और ना ही अस्पताल के तरफ से कोई अटेंडेंस सिर्फ और सिर्फ परिजन तथा उनके मरीज जो पॉजिटिव है खुद से सारा काम कर रहे है| वही सुरक्षा का कोई उपाय नहीं| ऐसा मानो जैसे इंसान की जिंदगी का कोई मोल नहीं है| जिले में जहां दावा किया जा रहा है कि दो कंपनी से प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन उत्पादन हो रहा है लेकिन खुद एसकेएमसीएच के अधीक्षक ने कहा कि जितना जरूरत है उसके हिसाब से ऑक्सीजन नहीं मिल रहा है जिस वजह से वेंडीलेटर पर भी थोड़ी कठिनाई हो रही है | अधीक्षक ने कहा कि 500 से 700 प्रतिदिन सिलेंडर चाहिए लेकिन ढाई सौ से 280 ही उपलब्ध हो पाता है| जिससे काफी दिक्कत है लेकिन उतना में ही मैनेज कर चल रहा है| अब सवाल उठता है कि जब सरकारी तंत्र सारे दावे कर ले और उनकी ही दावों की पोल खोल दे उनके ही कर्मचारी तो सवाल उठना लाजमी है कि आखिर झूठ बोलकर कहीं इंसान की जिंदगी का मोल तो नहीं लगाया जा रहा है या फिर यूं कहें की व्यवस्था चाहे कुछ भी हो लेकिन यह बिहार की जनता है साहब इनको समझा देना और कागजों पर अपना सिस्टम दिखला देना बहुत सरल है | जब सफाई सहित पूरे मामले पर एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ. एस.बी. झा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमें इसकी जानकारी नहीं है | हमने सभी वार्डों में अपना नंबर दे दिया है कोई भी शिकायत करेगा तो जरूर कार्रवाई होगी लेकिन आखिर सवाल उठता है कि जिनके कंधों पर पूरा एसकेएमसीएच चल रहा है | आखिर वह अपनी दायित्व से भाग क्यों रहे, क्या अस्पताल में एडमिट होने के बाद कोविड पॉजिटिव मरीज और उनके परिजन अधीक्षक साहब को मोबाइल फोन पर कंप्लेंट करेंगे तब जाकर इनका इलाज होगा या कोई देखने आएगा इतना सुनते ही जाप सुप्रीमो पप्पू ज्यादा भड़क गए और अधीक्षक साहब को कहा कि सफाई का जिनका जिम्मेवारी हो उनके खिलाफ मामला दर्ज करिए साथ ही साथ जो डॉक्टर उसमें नियुक्त है उनकी भी जिम्मेवारी तय करिए| कोई अटेंडेंट देखने तक नहीं जाता है | ट्रॉली मैन की मनमानी चलती है साथ ही पैसा का भी डिमांड करते हैं| अगर इन सभी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं हुई तो आगे आने वाले समय में आंदोलन होगा | आपको बता दें कि जिले में प्रतिदिन लगभग 15 से 20 लोगों की मौत हो रही है | सरकारी आंकड़ों के अनुसार उसमें से लगभग 70 से 80% मौत सिर्फ और सिर्फ एसकेएमसीएच में है| हिन्दुस्थान समाचार /मनोज/चंदा