-स्पीकर की भूमिका पर उठाया सवाल पटना, 24 मार्च (हि.स.)।बिहार विधानसभा में मंगलवार को हुए हंगामे और विधायकों की पिटाई के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेताओं में रोष है। नेताओं ने विधानसभा में स्पीकर की भूमिका पर सवाल खड़े किए हैं। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए विधानसभा में हुई घटना को शर्मनाक बताया और कहा कि कल की घटना से विधानसभा का गौरवशाली इतिहास कलंकित हुआ है। विधायकों को जूतों से पीटा गया जो लोकतंत्र को शर्मसार करता है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अब्दुल बारी सिद्धकी ने सीएम पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने लोकतंत्र की तिलांजलि दे दी है। मैं कल की घटना से बहुत ही दुखी हूं। कैसे एक महिला विधायक को बाहर फेंकवा दिया गया। यह सब देख के अब मुझे लगता है कि अच्छा हुआ कि मैं उस सदन का सदस्य नहीं हूं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने स्पीकर की भूमिका पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि उनके पास सदन की नियमावली के मुताबिक कई विकल्प थे। विधेयक को प्रवर समिति के पास विचार के लिए भेजा जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। स्पीकर का प्रयास होता है कि विपक्ष से बातचीत कर मामले का हल निकाले। इसके लिए जरूरी हो तो ट्रेजरी बेंच के लोगों के साथ बैठे हैं लेकिन मंगलवार की घटना के दौरान ऐसा प्रयास नहीं दिखा। हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द/चंदा