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बिहार

बरौनी रिफाइनरी में किया गया ऑनसाइट डिजास्टर मॉक ड्रिल

Raftaar Desk - P2

बेगूसराय, 16 मार्च (हि.स.)। वैधानिक आवश्यकता के अनुसार रिफाइनरी में होने वाली आपदा स्थिति को संभालने के लिए की तैयारियों की जांच के लिए बरौनी रिफाइनरी द्वारा नियमित मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाता है। इसी कड़ी में बरौनी रिफाइनरी में वित्तीय वर्ष की चौथी तिमाही के लिए ऑनसाइट डिजास्टर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। ऑनसाइट आपात का परिदृश्य रिफाइनरी के एलआरयू के स्ट्रिपर 08-सी-002 टॉप से रिसाव और जेट फायर था। जब स्थिति नियंत्रित नहीं की जा सकी तो मेजर फायर सायरन को बजाया गया। इसके बाद स्थिति में और अधिक वृद्धि पर आपदा परिदृश्य का आकलन करने के बाद एसआईसी (साइट इंसीडेंट कंट्रोलर) के परामर्श से सीआईसी (चीफ इंसिडेंट कंट्रोलर) द्वारा आपदा की घोषणा की गई। आपातकालीन आपदा प्रबंधन दल ईआरडीएमपी (आकस्मिक प्रतिक्रिया एवं आपदा प्रबंधन योजना) के अनुसार तुरंत हरकत में आ गई और बिना किसी जान-माल के नुकसान के स्थिति को नियंत्रण में लाया गया। बरौनी रिफाइनरी आपदा प्रबंधन टीम का नेतृत्व समग्र आपदा समन्वयक, कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख शुक्ला मिस्त्री ने किया। इसमें मुख्य दुर्घटना नियंत्रक मुख्य महाप्रबंधक (तकनीकी) ए.के. तिवारी तथा अन्य तत्कालिक आपदा प्रबंधन सदस्य, ईआरडीएमपी, सीआईएसएफ टीम, फायर एंड सेफ्टी क्रू आदि शामिल थे। कॉर्पोरेट संचार प्रबंधक अंकिता श्रीवास्तव ने बताया कि मॉक ड्रिल का डी-ब्रीफिंग सत्र बरौनी रिफायनरी के आपदा नियंत्रण कक्ष में कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। इसमें बरौनी रिफ़ाइनरी के वरिष्ठ अधिकारियों और आपदा प्रबंधन सदस्यों ने भाग लिया। डी-ब्रीफिंग सत्र संवादपूर्ण था और बेहतर नियंत्रण के लिए सभी अनुभवों और कमियों पर विस्तार से चर्चा की गई। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र