बेगूसराय, 03 अप्रैल (हि.स.)। एनटीपीसी समूह ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में अपनी अब तक की सबसे अधिक 314 बिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन कर नया रिकार्ड बनाया है। यह उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में 8.2 प्रतिशत अधिक है। स्वायत्त आधार पर एनटीपीसी इकाइयों ने वित्त वर्ष 2020-21 में 270.9 बिलियन यूनिट उत्पन्न किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 4.3 प्रतिशत अधिक है। यह जानकारी कॉर्पोरेट संचार अधिकारी पुनीता टिर्की ने शनिवार को बेगूसराय में दी। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी समूह ने 1192.42 एमयू (ग्रुप) और 990.65 एमयू (एनटीपीसी) की अब तक की सबसे अधिक एकल दिन की बिजली उत्पत्ति दर्ज की है। कोयला संयंत्रों ने 91.43 प्रतिशत के अवेलेबिलिटी फैक्टर के साथ 66 प्रतिशत का पीएलएफ दर्ज किया। एक अन्य उपलब्धि में उत्तर प्रदेश में एनपीटीसी की सबसे पुरानी और 39 साल पहले डाली गई सिंगरौली यूनिट-1 और 37 साल पहले शुरू की गई एनपीटीसी कोरबा यूनिट-2 छत्तीसगढ़ ने 100 प्रतिशत से अधिक पीएलएफ (प्लांट लोड फैक्टर) हासिल किया है। सिंगरौली और कोरबा यूनिट का शानदार प्रदर्शन बिजली संयंत्रों और एनटीपीसी सिस्टम के संचालन और रखरखाव में इंजीनियरों की विशेषज्ञता का प्रमाण है। पहली बार इस वित्तीय वर्ष में डिस्कॉम से एनटीपीसी ऊर्जा बिलों की वसूली एक लाख करोड़ रुपए हुई है और बकाए की सौ प्रतिशत प्राप्ति हुई। एनटीपीसी समूह की कुल स्थापित क्षमता वित्तीय वर्ष 2020-21 में 4160 मेगावाट क्षमता वृद्धि के साथ 5.96 प्रतिशत बढ़कर 65810 मेगावाट हो गई। स्वायत्त आधार पर एनटीपीसी क्षमता 4.03 प्रतिशत बढ़कर 52385 मेगावाट हो गई। बिजली उत्पादन के साथ एनटीपीसी ने ई-मोबिलिटी, वेस्ट-टू-एनर्जी जैसे विभिन्न नए व्यावसायिक क्षेत्रों में भी काम किया है और केंद्र शासित प्रदेशों के बिजली वितरण के लिए नीलामी में भाग लिया। एनटीपीसी अपने संयंत्र परिसर में सक्रिय रूप से ग्रीन हाइड्रोजन समाधान और कैप्टिव उद्योगों की खोज कर रहा है। उन्होंने बताया कि एनटीपीसी समूह के पास 26 नवीकरणीय परियोजनाओं सहित 70 पावर स्टेशन हैं। समूह के पास निर्माणाधीन 18 गीगावॉट क्षमता है, जिसमें पांच गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाएं शामिल हैं। किफायती कीमतों पर पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा परियोजनाओं के माध्यम से बिजली की निर्बाध आपूर्ति एनटीपीसी की पहचान रही है। एनटीपीसी सुरक्षा और पर्यावरण के मुद्दों को शीर्ष पर रखते हुए उच्चतम विश्वसनीयता और दक्षता हासिल करने का प्रयास करती है। जीवाश्म से कार्बन मुक्त ऊर्जा में संक्रमण करने के साथ-साथ एनटीपीसी व्यापार और बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने की रणनीति पर भी चल रही है। वैश्विक स्तर पर ऊर्जा स्थान में वैश्विक बदलाव और 'जिम्मेदारी भरे निवेश' में वृद्धि के साथ एनटीपीसी ईएसजी पर जोर दे रहा है और पर्यावरण के स्थिरता मापदंडों में सुधार करते हुए भविष्य की वृद्धि के लिए नवीकरणीय ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा