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बिहार

भोजपुर में बिहार बन्द का मिलाजुला असर

Raftaar Desk - P2

आरा, 26 मार्च (हि.स.)। भोजपुर जिले में बिहार बन्द का मिलाजुला असर रहा। शुक्रवार सुबह में बंद हुई दुकानें दिन ढलने के साथ खुलीं तो बाजारों में भीड़ उमड़ पड़ी। बिहार सशस्त्र पुलिस कानून-2021 के विरोध और बिहार बंद के समर्थन में राजद सहित कांग्रेस, वामदल और अन्य विपक्षी दलों के कार्यकर्ता शुक्रवार को भोजपुर जिले के विभिन्न इलाकों में सड़कों पर उतरे। बंद समर्थकों ने आरा के रेलवे स्टेशन, नवादा, करमन टोला, जेल रोड, गोपाली चौक, नगर थाना मोड़ और डिटी रोड सहित कई प्रमुख सडकों विरोध मार्च निकाला। जिले के जगदीशपुर, पीरो और आरा के ग्रामीण इलाकों में भी विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर मार्च निकाला और राज्य की नीतीश कुमार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बंद समर्थकों का नेतृत्व कर रहे राजद के जिलाध्यक्ष बीरबल यादव ने कहा कि बिहार में लोकतंत्र खतरे में पड़ गया है। कानून बनाने वाले सदस्यों के साथ मारपीट की गई है। पुलिस और राज्य सरकार की यह कार्रवाई लोकतंत्र के लिए काला अध्याय है। उधर, आरा सासाराम मुख्य सड़क पर बस स्टैंड के निकट भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने जाम लगा दिया, जिससे यातायात बाधित रहा। सड़क जाम से यातायात पूरी तरह चरमरा गई है।सडको पर आवागमन बाधित हुआ है। भाकपा माले नेता अमित कुमार बटी ने कहा है कि पुलिस की लाठी से जनता के चुने हुए प्रतिनिधियों को डराया नहीं जा सकता है। सदन में विपक्ष की भूमिका को नजरअंदाज करना नीतीश कुमार की बड़ी भूल साबित होगी। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र