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बिहार

फर्जी एफआईआर को वापस ले मिथिला विवि प्रशासन : एमएसयू

Raftaar Desk - P2

दरभंगा, 17 अप्रैल (हि.स.)। मिथिला स्टूडेंट यूनियन की ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा किये गए कथित फर्जी एफआईआर को लेकर मिथिला स्टूडेंट यूनियन की विश्वविद्यालय इकाई ने इसकी घोर निंदा की है। साथ ही इसे वापस लेने की मांग किया है। इस बाबत शनिवार को एमएसयू के विश्वविद्यालय प्रभारी अमन सक्सेना ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन तानाशाही पर उतारू है। छात्र आंदोलन को खाकी वर्दी के दम पर समाप्त करने की साजिश रची जा रही है। लोकतान्त्रिक पद्धति से आंदोलन कर रहे छात्रों पर 188, 269, 370, 271, 447, 353, 147, 149, 127 जैसे गंभीर धारा लगाकर नौ छात्र नेता समेत 50 अज्ञात छात्रों पर फर्जी एफआईआर दर्ज करवाया गया है। उन्होंने कहा कि एक साजिश के तहत कुलसचिव द्वारा इस प्रकार का दमनकारी आरोप आम छात्रों पर लगाया गया है। साथ ही हमारे संगठन के अस्तित्व पर भी सवालिया निसान खड़ा किया गया है। जिसके मद्देनजर कुलसचिव को स्मरण दिलाना चाहूँगा कि मिथिला स्टूडेंट यूनियन के संघर्षो का ही नतीजा हैं कि आज एलएनएनयू सूबे का नंबर वन विश्वविद्यालय बनकर उभरा है। हमारे संघर्षों के बदौलत ही आज यहाँ तीन साल का डिग्री, तीन साल में ही छात्रों को मिल जाता है तथा दो साल के पीजी का डिग्री दो साल में ही मिल रहा है। जिसके लिए कई पुरस्कार भी एलएनएमयू प्रशासन प्राप्त कर चुकी है। ऐसे में आज हमारे जैसे संगठन के अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा करना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि एक सप्ताह के अंदर फर्जी मुकदमा वापस नही लिया जाता है तो इसका जोरदार प्रतिकार किया जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/मनोज/चंदा