अग्नि सुरक्षा एवं प्रबंधन विषय पर प्राधिकारण में कार्यशाला का आयोजन डीजी होमगार्ड, पीएचईडी के प्रधान सचिव समेत जिलों के 250 से अधिकारी हुए शामिल पटना, 25 फरवरी (हि.स.)। आपदा प्रबंधन प्राधिकारण के उपाध्यक्ष व्यास जी ने कहा कि अगलगी से निपटने के लिए सभी उपाय समय पूर्व कर लें। उन्होंने कहा कि फरवरी के अंतिम सप्ताह से ही अगलगी की घटनाएं शुरू हो जाती हैं। इसलिए अभी से ही बचाव की सभी तैयारियां कर लेनी होंंगी। गुरुवार को वे अग्निशमन से जुड़े राज्य के सभी अधिकारियों को अगलगी की आपदा से निपटने के लिये बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गर्मी शुरू होते ही अगलगी की घटनाएं बढ़ जाती हैंं। एक कारण यह भी है कि भोजन बनाने के बाद चूल्हे की आग नहीं बुझाने की वजह से अगलगी और इसमें जानमाल की क्षति होती है। इसके लिए पंचायतों के मुखिया की जिम्मेवारी पूर्व से तय है। वे लोगों को इसके लिये आगाह करें। बगहा में अगलगी की घटना रोकने में पंचायतों और मुखिया की भूमिका की भी उन्होंने सराहना की। वर्कशॉप को संबोधित करते हुए प्राधिकरण के सदस्य पीएन राय ने अधिकारियों से पंचायतों में अग्निशमन के लिये पानी की इंतजाम की जानकारी प्राप्त कर आमलोगों के बीच अगलगी से बचाव के लिये जागरूकता कार्यक्रम चलाने पर बल दिया। वहीं डीजी शोभा अहोतकर ने अगलगी के दौरान प्रशानिक और आमलोगों से सहयोग व अग्निशमन वाहन के पहुंचने की समस्या से निपटने का सुझाव दिया। पीएचइडी के प्रधान सचिव जितेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि ग्रमीण क्षेत्रों में नल जल योजना के 47000 वार्डों में अग्निशमन के लिए वाटर हाइड्रेंट लगा हुआ है। वे जल्द ही पंचायती राज विभाग से बात कर शेष 68000 पंचायतों में लगी नल जल योजना के साथ वाटर हाइड्रेंट की जानकारी प्राप कर लेंगे। वर्कशॉप में जिलों के अग्निशमन और प्रसाशन से जुड़े 250 से अधिक अधिकारी शामिल हुए। कार्यशाला में होमगार्ड एंड फायर सर्विसेज के डीआईजी पंकज कुमार समेत शिक्षा, ऊर्जा, पशु संसाधन, पंचायती राज, स्वास्थ्य और कृषि विभाग के अधिकारी शामिल थे। कार्यक्रम का संचालन परियोजना पदाधिकारी डॉ. मधु बाला ने किया। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव/विभाकर