आरा,16 जुलाई(हि. स)। कैमूर में ओवरलोडेड वाहनों के परिचालन से बढ़े खतरे के बीच अब कोलकाता से दिल्ली को जोड़ने वाले प्राचीन जीटी रोड पर वाहनों का परिचालन कभी भी बंद किया जा सकता है। ओवरलोडेड वाहनों के कारण खतरे की आशंका को देखते गए एनएचआई ने चेतावनी दी है कि बिहार के कैमूर होते हुए उत्तरप्रदेश को जोड़ने वाली कर्मनाशा नदी के ऊपर निर्मित पुल पर बने स्टील ब्रिज पर परिचालन कभी भी बंद किया जा सकता है। एनएचआई के प्रोजेक्ट निदेशक कर्नल योगेश गढ़वाल ने कैमूर और रोहतास जिलों के जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को इस संबंध में पत्र भेज कर जानकारी दे दी है। बता दें कि एनएचआई द्वारा कर्मनाशा नदी पर बनाया गया पुल ओवरलोडेड वाहनों के कारण दिसंबर महीने में टूट गया था। पुल टूटने के बाद जनवरी में 25 करोड़ रुपये की लागत से एनएचआई ने डायवर्सन का निर्माण किया। कर्मनाशा नदी के पानी के बड़े दबाव के बाद इस डायवर्सन को तोड़कर पानी का बहाव सुनिश्चित किया गया और फिर एकबार 15 करोड़ रुपये की लागत से स्टील ब्रिज का निर्माण किया गया है। इस ब्रिज पर 55 टन की क्षमता के वाहन ही आ -जा सकते हैं। इससे अधिक क्षमता वाले वाहनों को एनएचआई के अधिकारियों द्वारा रोक दिया जा रहा है जिससे करीब 25 से 30 किलोमीटर लंबा जाम लगने लगा है। एनएचआई के अधिकारियों ने मूमुर और रोहतास जिलों के डीएम व एसपी को पत्र भेज कर ओवरलोडेड वाहनों के परिचालन पर रोक लगाने की मांग की है और कहा है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो स्टील ब्रिज को बंद कर दिया जाएगा जिससे कोलकाता से दिल्ली को जोड़ने वाले एनएच-2 पर परिचालन पूरी तरह ठप हो जाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/हिमांशु शेखर/विभाकर-hindusthansamachar.in