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बिहार

कलयुगी चाचा पारस ने राजनीतिक में भतीजे के पीठ में छुरा घोंपा : राजीव

Raftaar Desk - P2

दरभंगा, 14 जून (हि.स.)। लोक जनशक्ति पार्टी में जारी घमासान को लेकर जिले के गौराबौराम विधानसभा से लोजपा प्रत्याशी रहे राजीव ठाकुर ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि जिस भाई ने राजनीतिक पहचान दिलाई, आज उसी भाई के बेटे के पीठ में छुरा भोंक साईड कर देेनाा, ऐसा सिर्फ एक कलयुगी चाचा ही कर सकता है। दरअसल लोक जनशक्ति पार्टी में टूट की खबर आ रही है। जिसमें लोजपा के पांच सांसदों ने चिराग पासवान को अकेले छोड़ अपनी अलग राह पकडने की कवायद प्रारंभ कर दी है लेकिन इस पटकथा का सबसे दुखद पहलू यह रहा कि इन सांसदों में कोई और नहीं बल्कि रामविलास पासवान के छोटे भाई और चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस के साथ-साथ चिराग पासवान के छोटे चचेरे भाई प्रिंस राज भी शामिल हैं। जिस संदर्भ में ठाकुर कहते हैं कि लोक जनशक्ति पार्टी की स्थापना स्व रामविलास पासवान ने की थी। वेे सामाजिक लड़ाई के पुरोधा थे। जिन्होंने स्वयं ही लोजपा की बागडोर चिराग पासवान के हाथों में सौंपा था। लिहाजा सर्वमान्य है कि लोजपा के असली नेता चिराग पासवान ही है। कुछ लोग भले ही मौसमी नेता बनने की कोशिश कर रहे हो लेकिन वे लोग समझ लें कि लोजपा का एक-एक समर्थक और वोटर चिराग पासवान को ही अपना नेता मानते हैं। साथ ही पासवान समाज भी अपना नेता चिराग पासवान को ही मानता है। राजीव ठाकुर ने बागी सुर अपना चुके पशुपति कुमार पारस पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग अपने परिवार को भी नहीं बख्सते हैं। पिता के गुजर जाने के बाद जिस भतीजे को चाचा के प्यार व सहानुभूति की आवश्यकता थी। उसी भतीजे को साइडलाइन कर अपने आप को पार्टी का सर्वेसर्वा बन बैठने का प्रयास करना, अवसरवादिता शब्द को नये आयामों में परिभाषित करता नजर आता है। ठाकुर ने जदयू पर भी हमला बोलते हुए कहा कि सबों को भलीभांति पता है कि यह सब कुछ किसके इशारों पर हो रहा है। लेकिन वे भी समझ लें कि जिनके खुद के घर फूंस के होते हैं, वह दूसरे के घरों में आग नहीं लगाया करते। हिन्दुस्थान समाचार/मनोज/चंदा