JDU's loser leaders blamed BJP for defeat
JDU's loser leaders blamed BJP for defeat 
बिहार

जदयू के हारे हुए नेताओं ने हार का ठीकरा भाजपा पर फोड़ा

Raftaar Desk - P2

जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में निशाने पर रही भाजपा नेताओं ने कहा, लोजपा की हैसियत नहीं है जदयू को हराने की पटना, 09 जनवरी (हि.स.) । पटना में चल रही जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में विधानसभा चुनाव में जदयू के हारे हुए प्रत्याशियों ने अपनी हार ठीकरा भाजपा के सिर फोड़ा है। कल तक अपनी हार की जिम्मेदारी लोजपा के मत्थे मढ़ने वाले जदयू नेताओं के निशाने पर आज भाजपा थी। भरी बैठक में जदयू के आधा दर्जन से ज्यादा नेताओं ने विधानसभा चुनाव में जदयू की बुरी हालत के लिए भाजपा को जिम्मेवार ठहराया। जदयू नेताओं ने कहा कि हम लोजपा नहीं, भाजपा के कारण हारे हैं। पार्टी अगर अब भी नहीं चेती तो हमें फिर धोखा खाना पड़ेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह की मौजूदगी में जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक शनिवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय के कर्पूरी सभागार में हुई । बैठक शुरू होने के बाद नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव परिणाम पर नेताओं की राय जाननी चाही। इसके बाद आधा दर्जन से ज्यादा नेताओं ने भाजपा के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली। बैठक में मौजूद एक नेता ने बताया कि चंद्रिका राय, बोगो सिंह, जय कुमार सिंह, ललन पासवान, अरुण मांझी, आसमां परवीन जैसे आधा दर्जन से ज्यादा नेताओं ने कहा कि विधानसभा चुनाव में जदयू को लोजपा ने नहीं हराया है बल्कि भाजपा ने हराया है। सूत्रों के मुताबिक जयकुमार सिंह और ललन पासवान ने तो यहां तक कहा कि चुनाव में लोजपा की कोई हैसियत नहीं थी। सारा खेल भाजपा ने किया। मटिहानी से चुनाव हारे बोगो सिंह ने कहा कि उनके क्षेत्र में लोजपा नहीं बल्कि भाजपा चुनाव लड़ रही थी, भाजपा ने जदयू को हराया है। राजद से जदयू में आकर चुनाव लड़ने वाले चंद्रिका राय ने कहा कि लोजपा का नाम लेना बेकार है। सीधी बात यह है कि भाजपा ने पीठ में छुरा भोंका है। अगर अब भी जदयू भाजपा के साथ रहेगा तब फिर भविष्य में क्या होगा, यह कहने की जरूरत नहीं है। लक्ष्मेश्वर राय, आसमांं परवीन, अरुण मांझी जैसे नेताओं ने भी बैठक में भाजपा पर हमला बोला है। हालांकि जदयू नेताओं के भाजपा पर किये जा हमले के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खामोश बैठे रहे। नीतीश कुमार या पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह की ओर से कोई टिप्पणी नहीं की गयी। नीतीश बड़े सब्र के साथ अपनी पार्टी के तमाम नेताओं की बातों को सुन रहे थे। शनिवार को जदयू की राज्य कार्यकारिणी की बैठक हुई जबकि रविवार को राज्य परिषद की बैठक होनी है। राज्य परिषद की बैठक को नीतीश कुमार सम्बोधित कर सकते हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि नीतीश कुमार बैठक में क्या बोलते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव रंजन/विभाकर-hindusthansamachar.in