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बिहार

बिहार बंद का भागलपुर में रहा मिलाजुला असर

Raftaar Desk - P2

भागलपुर, 26 मार्च (हि.स.)। बिहार सरकार की ओर से लाए गए बिहार सशस्त्र पुलिस विधेयक व बीते दिनों विधानसभा में हुए बवाल पर विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव के आह्वान पर महागठबंधन शुक्रवार को बिहार बंद का भागलपुर में मिलाजुला असर रहा। बंद को लेकर सुबह आठ बजे से ही राजद जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर यादव के नेतृत्व में स्टेशन चौक पर दर्जनों राजद कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। शहर के सभी मुख्य बाजारों में बंद का असर देखने को मिला। सड़क पर गाड़ियों की आवाजाही काफी कम रही लेकिन दोपहर तीन बजे के बाद यातायात व्यवस्था समान्य हो गया। राजद प्रदेश महासचिव डॉ चक्रपाणि हिमांशु के नेतृत्व में भागलपुर स्टेशन चौक, वैरायटी चौक, खलीफाबाग चौक और घंटाघर चौक घूम घूम कर बंद कराया गया। बंद के दौरान प्रदेश महासचिव डॉ चक्रपाणि हिमांशु ने कहा कि केंद्र सरकार अविलंब कृषि विरोधी बिल वापस ले। बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री के इशारे पर लोकतंत्र का चीरहरण कर विधायकों की पिटाई करना घोर निंदनीय है। सरकार बेरोजगारी को समाप्त करने, बढ़ती महंगाई, डीजल, पेट्रोल, खाद एवं खाद्य पदार्थ की बढ़ती कीमत को रोक लगाने में असफल है। बंद के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं हुई। राजद के प्रदेश महासचिव आनंद आजाद ने कहा कि बिहार के इतिहास में पहली बार विधानसभा में ऐसा हुआ। नीतीश कुमार के गुंडागर्दी व तानाशाही रवैया के खिलाफ आज बिहार बंद किया गया है। जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर यादव ने कहा कि बिहार में हत्या, लूट, बलात्कार चरम सीमा पर है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। रोजगार मांगे जाने पर तानाशाही नीतीश कुमार द्वारा लाठीचार्ज व पत्थरबाजी कराई गई। विधायकों के साथ बदतमीजी की गयी। इसके विरोध में आज महागठबंधन द्वारा बिहार को बंद कराया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/बिजय/चंदा