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बिहार

स्टेहोम के बीच जैविक खेती पर 5 घण्टे की ऑनलाइन चर्चा

Raftaar Desk - P2

पूर्णिया ,16 मई (हि. स.) । प्रकृति खेती उन्नति व्हाट्सएप ग्रुप की ओर से लॉकडाउन और स्टेहोम कंसेप्ट को पॉजिटिव बनाने के लिए रविवार को 12 बजे से 5 बजे तक ऑनलाइन चर्चा गोष्ठी का आयोजन किया गया। लागतार 5 घण्टे चली इस ऑनलाइन चर्चा का विषय था - जैविक खेती से जुड़े प्रश्न.. ।इस चर्चा गोष्ठी में कृषि विशेषज्ञों और किसानों के बीच जैविक खेती से जुड़ी तमाम जरुरी जानकारियों और जमीन पर होने वाली चुनौतियों पर सीधा संवाद किया गया। इस ऑनलाइन कार्यक्रम में महाराष्ट्र के प्रधान आयकर आयुक्त और प्राकृतिक खेती के राष्ट्रीय विशेषज्ञ पतंजलि झा ने सत्र की अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम के अन्य विषय विशेषज्ञ थे.. डॉ पारसनाथ प्राचार्य भोला पासवान शास्त्री कृषि कॉलेज पूर्णिया, दीपक कुमार निदेशक आत्मा,पूर्णिया,हरिमोहन मिश्र उपनिदेशक आत्मा,पूर्णिया,डॉ सीमा सिंह,प्रभारी कृषि विज्ञान केंद्र जलालगढ़, डॉ पी द्विवेदी, कृषि विज्ञान केंद्र आरा भोजपुर,और कृषि स्नातक स्नेहा पाठक। इस चर्चा सत्र के भगीदार खास किसान और कृषि उद्यमी थे पूर्णिया के पंकज नायक और मनीष मेहता, भोजपुर के किसान रंगनाथ शर्मा और गया के किसान शिवभजन कुमार। इसके अलावा 257 सदस्यों के इस ग्रुप के 160 एक्टिव मेम्बर चर्चा में शामिल रहे। इस ऑनलाइन संगोष्ठी में जैविक खेती की जरुरत, उत्पादों के रखरखाव,जैविक उत्पादों के प्रमाणन, जैविक खेती के जरुरी साधन और तत्व,जैविक खेती के उत्पादों के बाजार,किसान समूह और जैविक खेती बनाम रासायनिक खेती के सवाल जैसे मुद्दे पर चर्चा हुुुई। जैविक खेती को खास बताते हुए इस ऑनलाइन चर्चा में शामिल लोगों ने 5 घण्टे घर मे रहकर यह पूरी कोशिश की कि इस खेती की तमाम बातें जानी समझी जाएं। विशेषज्ञों ने भी पूरे उत्साह के साथ भरपूर चर्चा की और किसानों के लिए ऑडियो क्लिप और राइटप दोनों के माध्यम से जानकारियां परोसी। इस आनलाईन कार्यक्रम को पूर्णिया के बुद्धिजीवियों और कृषि से जुड़े लोगों ने मौजूदा दौर के लिए एक अतिउपयोगी पहल करार दिया। कार्यक्रम का ऑनलाइन संचालन और धन्यवाद ज्ञापन प्रकृति खेती उन्नति वाट्सप ग्रुप के एडमिन राजेंद्र पाठक ने किया। कार्यक्रम के दौरान ही पूर्णिया के दिवंगत जैविकमैन संजय बनर्जी को श्रद्घांजलि भी दी गई जिन्होंने इस कृषि विषयक वाट्सप ग्रुप का 2017 में जैविक कृषि जागरुकता के लिए गठन कराया था। हिन्दुस्थान सामाचार /नन्दकिशोर/विभाकर