गुवाहाटी, 15 सितम्बर (हि.स.)। राजधानी के पाटगांव स्थित प्रथम वाहिनी एनडीआरएफ परिसर में हिंदी दिवस के मौके पर हिंदी पखवाड़े का सफल आयोजन हुआ। एनडीआरएफ के महानिदेशक सत्य नारायण प्रधान के दिशानिर्देशानुसार प्रथम वाहिनी एनडीआरएफ परिक्षेत्र में गत 01 से 15 सितम्बर तक हिंदी पखवाड़ा का आयोजन किया गया। इस कड़ी में विभिन्न स्थानों पर जिनमें वाहिनी मुख्यालय पटगांव, कंपनी लोकेशन मिर्ज़ा, चांगसारी, डाइट मिर्ज़ा, प्री मानसून टीम लोकेशन बरपेटा, जोरहाट, बंगाईगांव एवं कछार (असम) एवं रीजनल रेस्पॉन्स सेंटर्स अगरतला (त्रिपुरा) तथा आइजोल (मिजोरम) में हिंदी पखवाड़ा का आयोजन किया गया। प्रथम वाहिनी एनडीआरएफ के कार्मिकों को हिंदी प्रयोग के प्रोत्साहन हेतु वाहिनी के कमांडेंट आरएस गिल की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था, जिसमें निबंध लेखन, वाद-विवाद एवं हिंदी प्रश्नोत्तरी जैसी हिंदी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिताओं में सफल प्रतिभागियों को आरएस गिल ने उचित पुरस्कार देकर सम्मनित किया। सोमवार को पुरस्कार समारोह के पश्चात बल के कार्मिकों को संबोधित करते हुए कमांडेंट ने कहा ’व्यक्ति के समुचित एवं सार्वंगिण विकास के लिए मातृभाषा का प्रयोग नितांत आवश्यक है। परिवार समाज की सबसे छोटी इकाई है, अतः किसी मातृभाषा के सार्वंगिण विकास के लिए हिंदी को परिवार जैसी इकाई से प्रोत्साहन देना चाहिए’। प्रथम वाहिनी एनडीआरएफ में विभिन्न प्रांतों एवं अलग-अलग क्षेत्रीय भाषाओं के प्रयोग करने वाले कार्मिक होने के बाबजूद भी इस बल के कार्मिक ज्यादा से ज्यादा हिंदी का प्रयोग करते हैं। कमांडेंट ने कहा कि सरकारी कार्यशैली में हिंदी का सर्वाधिक प्रयोग किया जाना चाहिए एवं बल के कार्मिकों को हिंदी में ही आवेदन व अन्य विभागीय कार्य सम्पादित करनें चाहिए ताकि हिंदी को बल की मुख्य भाषा का रूप दिया जा सके। हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद-hindusthansamachar.in