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असम

चाय श्रमिकों की मजदूरी 350 रुपये करने का मालिक पक्ष को डॉ. हिमंत ने दी डेड लाइन

Raftaar Desk - P2

शोणितपुर (असम), 23 मार्च (हि.स.)। असम विधानसभा चुनावों में इन दिनों मुख्यमंत्री विपक्षी पार्टी कांग्रेस और सत्ताधारी पार्टी भाजपा के बीच चाय बागान के मतदाताओं को लेकर जमकर बयानबाजी जारी है। कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव में पांच गारंटी लेकर उतरी है जिसमें चाय श्रमिकों की मजदूरी 356 रुपये करने का नारा दिया गया है जबकि भाजपा भी 350 रुपये दिलाने की बात कह रही है। ऐसा लग रहा है कि किसी भी पार्टी की राज्य में सरकार बने, चाय श्रमिकों के दिन बहुरने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी चाय श्रमिकों की मजदूरी में वृद्धि को लेकर सरकार की समस्या का जिक्र किया है। चाय बागान मालिकों के समूह ने इस संबंध में हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर चाय मजदूरी को लेकर सरकार की ओर से दिये जा रहे दबाव का मुद्दा उठाया है। इस कड़ी में भाजपा नेतृत्वाधीन नेडा के संयोजक व असम सरकार के प्रभावशाली मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा ने मंगलवार को शोणितपुर जिला के ढेकियाजुली में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहाकि 06 अप्रैल को चुनाव संपन्न हो जाने दीजिए, 02 मई को नयी सरकार का गठन हो जाएगा। ऐसे में अगर चाय बागान के मालिक चाय श्रमिकों की मजदूरी 350 रुपये कर दिये तो ठीक अन्यथा 03 मई को हमारी सरकार चाय श्रमिकों की मजदूरी 350 रुपये निर्धारित कर देगी। उन्होंने कहाकि आज मैं सभी चाय बागान के मालिकों को सीधे-सीधे यह कह रहा हूं, हम श्रमिकों पर अत्याचार नहीं होने देंगे। चाय श्रमिकों की सभी समस्याओं का भाजपा सरकार समाधान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने चाय श्रमिकों के बैंक अकाउंट में प्रति माह एक हजार रुपये देने की भी घोषणा की। कांग्रेस की आलोचना करते हुए डॉ विश्वशर्मा ने कहाकि कांग्रेस की सरकार रहते श्रमिकों की मजदूरी 96 रुपये थी, अब 356 रुपये देने की कांग्रेस गारंटी दे रही है, इसका कोई अर्थ नहीं है। उन्होंने कहाकि भाजपा सदैव चाय मजदूरों के अधिकारों के साथ खड़ी है। हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद