कोंडागांव 13 जनवरी (हि.स.)। पीएम आवास तो पूरा बना नही लेकिन हितग्राही को मिलने वाली राशि का पूर्ण रूप से आहरित कर ली गई और हितग्राही को पता भी नही चला कि उसके खाते से पूरी राशि का आहरण कर लिया गया। दरअसल मनायबाई पति गाण्डोराम, निवासी ग्राम केजंग घोड़ापारा, जिला व तहसील कोण्डागांव के द्वारा 3 नवम्बर 2020 को जिले के पुलिस थाना बयानार के थाना प्रभारी को लिखित में शिकायत करते हुए अपूर्ण प्रधानमंत्री आवास की राशि को गबन करने वाले अधिकारी एवं ठेकेदार पर एफआईआरदर्ज करने की मांग की थी । शिकायत पत्र की प्रतिलिपियां पीसीसी अध्यक्ष एवं विधायक कोण्डागांव मोहन मरकाम के साथ- साथ कोण्डागांव जिले अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को भी दिया गया था। उक्त मामले में कोई कार्यवाही नहीं होता देख 12 जनवरी वयोवृद्ध आदिवासी महिला अपने पुत्र के साथ पुनः जिला मुख्यालय कोंडागांव पहुंची, जहां उसकी मुलाकात प्रेस प्रतिनिधियों से हुई। प्रेस प्रतिनिधि हितग्राही को लेकर सीईओ जनपद पंचायत कोण्डागांव अमित भाटिया के पास पहुंचे। शिकायत पत्र में लगाए गए आरोपों तथा मकान के अपूर्ण होने के बाद भी 1.20 लाख रुपए निकाल लिए जाने का साक्ष्य (प्रधान मंत्री आवास की आनलाईन सूची) देखने के बाद सीओ भाटिया ने तत्काल सम्बंधित थाना के प्रभारी को मामले में संलिप्तो पर एफआईआर दर्ज करने के लिए एक अनुशं सा पत्र जारी कर दिया। ज्ञात हो कि वयोवृद्ध आदिवासी महिला आवेदिका ने अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि मेरे नाम पर 2017-18 में शासन द्वारा प्रधान मंत्री आवास योजना के तहत आवास एवं जनपद पंचायत कोण्डागांव से राशि स्वीकृत किया गया। जिस पर मेरे द्वारा अपना आवास बनाए जाने की तैयारी शुरु कर डीपीसी तक बना लिया, तभी बलराम नामक ठेकेदार/आवास मित्र मेरे घर पर आया और घर जल्दी बना देने की बात कही और मेरे घर को बनाना शुरू किया और जब भी रकम की आवश्यक होती थी, मुझे और मेरे बेटे फुलसिंह को भारतीय स्टेट बैंक कोण्डागांव ले जाता था तथा मेरे खाता में जमा रकम को निकलवाकर स्वयं रख लेता था। इस तरह से पीएम आवास योजना के तहत मेरे खाते में आई पूरी राशि को बलराम ठेकेदार ने निकलवा कर, आवास को अधूरा छोड़ दिया। जिसकी शिकायत केजंग के सरपंच से की तो उसने मुझे थाने में शिकायत करने की सलाह दे दी। हिन्दुस्थान समाचार/राजीव गुप्ता-hindusthansamachar.in