us-takes-big-action-against-russia-expels-10-diplomats-from-the-country-and-new-restrictions-on-three-registered-companies
us-takes-big-action-against-russia-expels-10-diplomats-from-the-country-and-new-restrictions-on-three-registered-companies 
दुनिया

अमेरिका की रूस के खिलाफ बड़ी र्कारवाई, 10 राजनयिकों को देश से निकाला और तीन दर्ज कंपनियों पर नए प्रतिबंध

Raftaar Desk - P2

वांशिगटन 15 अप्रैल (हि. स.)। अमेरिका और रूस के बीच तनाव चरम पर पहुंच चुका है। तनाव की इस नई कड़ी में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार को 10 रूसी राजनयिकों को देश से निकालने के साथ ही रूस की तीन दर्जन से अधिक कंपनियों के खिलाफ कई नए प्रतिबंध लगाकर अपने कड़े इरादे जाहिर कर दिए हैं। वहीं यूक्रेन की सीमा पर अमेरिका-रूस की सेनाएं आमने-सामने की लड़ाई के लिए कमर कस चुकी हैं। अमेरिका ने पिछले साल हुए राष्ट्रपति चुनावों में रूस के हस्तक्षेप करने और संघीय एजेंसियों में सेंधमारी करने के खिलाफ इसे अमेरिकी कार्रवाई के तौर पर देखा जा रहा है। रूस के खिलाफ अमेरिकी कार्रवाई के कयास काफी समय से लग रहे थे। अमेरिका द्वारा चुनाव में हस्तक्षेप और हैकिंग पर जवाबी कार्रवाई करते हुए रूस के खिलाफ पहली बार अमेरिका ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है। माना जा रहा है कि रूसी हैकरों ने अमेरिकी सॉफ्टवेयर में सेंधमारी की थी। उनका मकसद कम से कम नौ एजेंसियों के नेटवर्कों को हैक करना था। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि उन्होंने अमेरिकी सरकार की गुप्त जानकारी जुटाने की कोशिश की। अमेरिकी अधिकारियों ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मदद करने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने एक अभियान को मंजूरी दी थी ताकि ट्रंप फिर से राष्ट्रपति बन सकें। गुरुवार को घोषित प्रतिबंधों में छह रूसी कंपनियों पर पाबंदियां शामिल हैं, जो देश की साइबर गतिविधियों में मदद करती हैं। इसके अलावा पिछले साल के राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप की कोशिश करने तथा दुष्प्रचार करने के आरोपों में 32 लोगों और निकायों पर प्रतिबंध लगाए गए थे। व्हाइट हाउस ने कहा कि जिन 10 राजनयिकों को निकाला गया है उनमें रूसी खुफिया सेवाओं के प्रतिनिधि शामिल हैं। उसने यह भी कहा कि बाइडेन इन खबरों पर प्रतिक्रिया देने के लिए राजनयिक, सैन्य और खुफिया चैनल का इस्तेमाल कर रहे हैं कि रूस ने तालिबान को अफगानिस्तान में अमेरिका के और सहयोगी देशों के सैनिकों पर हमले के लिए उकसाया था। हिन्दुस्थान समाचार /अजीत