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दुनिया

शीतकालीन पैरालंपिक में चीन के पहले स्वर्ण पदक विजेता की कहानी

Raftaar Desk - P2

बीजिंग, 5 मार्च (आईएएनएस)। 5 मार्च को हुई पेइचिंग शीतकालीन पैरालंपिक की पुरुष 6 किलोमीटर बाएथेलोन (सिटिंग) की प्रतियोगिता में चीनी युवा खिलाड़ी ल्यू जि़श्यू ने 18 मिनट 51.50 सेकंड से मैच पूरा कर स्वर्ण पदक जीता। यह इस शीतकालीन पैरालंपिक में चीनी खेल प्रतिनिधिमंडल का पहला स्वर्ण पदक है। कुल 20 एथलीटों ने इस इवेंट की स्पर्धा में भाग लिया। 24 वर्षीय ल्यू जि़श्यू ने स्थिर प्रदर्शन कर स्पष्ट बढ़त से पहला स्थान प्राप्त किया। मैच के बाद उन्होंने अपने प्रदर्शन पर बड़ा संतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि विकलांग खिलाड़ी के लिए स्कीइंग हो या शूटिंग ,दोनों आसान नहीं है। खासकर आज बहुत सर्दी है। हमें कई कठिनाइयां दूर करनी पड़ीं। उन्होंने कहा कि मेरा रास्ता कई मुश्किलों व चुनौतियों से भरा था। लेकिन तरह-तरह की हार और प्रहार के बावजूद मैंने हिम्मत नहीं छोड़ी। भावी मैच में मैं अपनी पूरी कोशिश करता रहूंगा। मुझे पक्का विश्वास है कि जीवन कभी भी मेहनत करने वाले को निराश नहीं करता। अगस्त 1997 में ल्यू जि़श्यू का जन्म पश्चिमी चीन के शीआन शहर में हुआ। बचपन से ही वे खेल के शौकीन थे। दुर्भाग्य है कि 11 वर्ष की आयु में उन्होंने एक सड़क दुर्घटना में एक टांग खो दी। टांग कट जाने के बाद उनको काफी समय तक जीवन पर विश्वास नहीं था। पांच साल के बाद वे स्थानीय विकलांग संघ की तीरंदाजी टीम में चुने गये और तीरंदाजी का अभ्यास करने लगे। 2017 में 20 वर्षीय ल्यू जि़श्यू अपनी मजबूत शारीरिक स्थिति से कई स्तर के सख्त चयन के बाद राष्ट्रीय शीतकालीन पैरा बायएथलोन टीम में शामिल हुए। इसके साथ ही उनके जीवन में नया अध्याय जुड़ा। पांच साल के कठोर अभ्यास के बाद पहली बार शीतकालीन पैरालंपिक में भाग लेने वाले ल्यू जि़श्यू ने करिश्मा रचकर स्वर्ण पदक हासिल किया। (साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग) --आईएएनएस एएनएम