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दुनिया

बांग्लादेश और भारत के असम में बाढ़ प्रभावितों के लिये राहत प्रयास

Raftaar Desk - P2

संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) ने बांग्लादेश और भारत के असम राज्य में भीषण बाढ़ से प्रभावित लाखों बच्चों और उनके परिजनों तक सहायता पहँचाने के लिये प्रयास तेज़ किये हैं. यूएन बाल एजेंसी, बच्चों की सुरक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, स्वच्छ जल और शिक्षा ज़रूरतों को पूरा करने के लिये, स्थानीय प्रशासन और साझीदारों के साथ मिलकर समन्वित प्रयासों में जुटी है. बांग्लादेश में बाढ़ से 15 लाख से अधिक बच्चे प्रभावित हुए हैं और उनके लिये जलजनित बीमारियों, डूबने और कुपोषण का ख़तरा बढ़ा है. यूएन एजेंसी के अनुसार बांग्लादेश पूर्वोत्तर में पाँच ज़िलों – सिलहट, सूनामगंज, हबीगंज, नेत्रोकोना और मौलवीबाज़ार – में बाढ़ से, 40 लाख से अधिक लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. 1.5 million children are at risk of death and disease as severe floods hit Bangladesh. At least 3 children have died after being struck lightning.@UNICEF @UNICEFROSA @UNICEFmedia https://t.co/4kfLijztse — UNICEF Bangladesh (@UNICEFBD) May 23, 2022 सिलहट और सूनामगंज सर्वाधिक प्रभावितों में हैं, जहाँ पानी ख़तरे के निशान से ऊपर बह रहा है, कृषि भूमि व बिजली स्टेशन व स्कूल समेत अन्य अहम बुनियादी ढाँचे जलमग्न हैं. बांग्लादेश में यूनीसेफ़ के प्रतिनिधि शेल्डन यैट ने कहा, “ज़िन्दगियों, घरों और स्कूलों को पहुँची क्षति हृदयविदारक है. इस आपदा में, अधिकांश अन्य की तरह, बच्चे सर्वाधिक नाज़ुक परिस्थितियों में हैं.” बताया गया है कि हैज़ा, श्वसन तंत्र संक्रमण और त्वचा की बीमारी होने के मामलों का पता चला है और आकाशीय बिजली की चपेट में आने से कम से कम तीन बच्चों की मौत हो गई है. बाढ़ से चिन्ताजनक हालात के कारण सैकड़ों स्कूल बन्द करने पड़ा हैं, जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित हुई है. कोविड-19 महामारी के कारण पिछले कुछ सालों में 18 महीनों तक स्कूली शिक्षा में आए व्यवधान के बाद, बच्चे एक बार फिर पढ़ाई से वंचित हो रहे हैं. यूनीसेफ़ प्रतिनिधि ने बताया कि बच्चों की रक्षा और उनकी तात्कालिक ज़रूरतों को पूरा करने के लिये संगठन, ज़मीनी स्तर पर प्रयासरत है और स्थानीय साझीदारों के साथ मिलकर काम करते हुए सरकार को समर्थन दिया जा रहा है. बच्चों की बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने के लिये सरकारी एजेंसियों और स्थानीय साझीदारों के साथ मिलकर समन्वित प्रयास किये जा रहे हैं. देश में बाढ़ से उपजी स्थिति से निपटने के लिये जवाबी कार्रवाई के तहत, स्वच्छ जल की आपूर्ति, स्वच्छता किट, दूध और पढ़ाई-लिखाई की किट वितरित की गई हैं. इसके अलावा, बच्चों की सुरक्षा के लिये देश में सामाजिक सेवा विभाग के साथ भी नज़दीकी तौर पर काम किया जा रहा है ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित और डूबने की घटनाओं की रोकथाम की जा सके. © UNICEF भारी बारिश से बांग्लादेश के अनेक शहरों में बुनियादी ढाँचे को नुक़सान पहुँचा है. असम भी चपेट में भारत के असम राज्य में भी बाढ़ से हालात चिन्ताजनक हैं और लोगों को अपना घर व आजीविका छोड़कर विस्थापन के लिये मजबूर होना पड़ा है. समाचार माध्यमों के अनुसार धुबरी, डिब्रूगढ़, कोकराझार, कामरूप, होजाई समेत राज्य के कई ज़िले बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और अनेक लोगों के हताहत होने की ख़बर है. यूनीसेफ़ भारत कार्यालय की टीम प्रभावित समुदायों से सम्पर्क करके, उनकी आवश्यकताओं को पूरा करने के प्रयासों को मज़बूती देने में जुटी है. बताया गया है कि असम के दो हज़ार 200 से अधिक गाँवों में सात लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जिनमें एक लाख 30 हज़ार बच्चे और दो लाख 60 हज़ार महिलाएँ हैं. यूनीसेफ़ भारत, ज़िला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के साथ मिलकर बाढ़ राहत केन्द्रों के प्रबन्धन व निगरानी प्रयासों में जुटा है. , --संयुक्त राष्ट्र समाचार/UN News