prominent-iraqi-cleric-reverses-decision-to-boycott-october-election
prominent-iraqi-cleric-reverses-decision-to-boycott-october-election 
दुनिया

प्रमुख इराकी मौलवी ने अक्टूबर चुनाव के बहिष्कार के फैसले को पलटा

Raftaar Desk - P2

बगदाद, 28 अगस्त (आईएएनएस)। प्रमुख इराकी शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने 10 अक्टूबर को होने वाले संसदीय चुनावों का बहिष्कार करने के अपने पहले के फैसले को पलट दिया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को एक टेलीविजन भाषण में, अल-सदर ने कहा कि उन्हें राजनीतिक दलों द्वारा वादा किए गए देश में सुधारों पर एक पेपर मिला है, जिसमें उन्हें चुनाव में लौटने के लिए कहा गया है। अल-सदर ने कहा, हमें उन राजनेताओं से सुधार पत्र मिला, जिन पर हम भरोसा करते हैं और हमने पाया कि यह हमारी आकांक्षाओं के अनुरूप है। उन्होंने कहा, हम इराक को भ्रष्टाचार से बचाने और सुधारने के संकल्प के साथ चुनाव में भाग लेंगे। 15 जुलाई को, मौलवी ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और राजनीतिक दलों के बीच अनुचित प्रतिस्पर्धा के कारण संसदीय चुनावों से अपनी वापसी की घोषणा की। अल-सदर-समर्थित सैरून गठबंधन, जिसमें कुछ अन्य राजनीतिक दलों के साथ जुड़े उनके वफादार शामिल हैं, 2018 के चुनावों के बाद इराकी संसद में सबसे बड़ा समूह बन गया। भ्रष्टाचार और सार्वजनिक सेवाओं की कमी के खिलाफ सरकार विरोधी प्रदर्शनों के जवाब में, इराक में 10 अक्टूबर, 2021 को प्रारंभिक संसदीय चुनाव होने हैं। इराक में पिछला संसदीय चुनाव 12 मई, 2018 को हुआ था और अगला चुनाव मूल रूप से 2022 में होने वाला था। --आईएएनएस एसएस/एएनएम