china-and-russia-will-increase-cooperation-in-various-fields
china-and-russia-will-increase-cooperation-in-various-fields 
दुनिया

विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएंगे चीन और रूस

Raftaar Desk - P2

बीजिग, 1 दिसम्बर (आईएएनएस)। चीन और रूस के बीच पारंपरिक मित्रता रही है। समय-समय पर रूसी नेता अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर चीन का साथ देते रहे हैं। खासतौर पर जब-जब कुछ पश्चिमी देश चीन को घेरने की कोशिश करते हैं, रूस चीन के पक्ष में खड़ा रहता है। ये दोनों पड़ोसी न केवल राजनयिक तौर पर एक-दूसरे के करीबी हैं, बल्कि विज्ञान व तकनीकी क्षेत्र में भी निकट हैं। हाल के दिनों में सहयोग और मजबूत होने के स्पष्ट संकेत मिले हैं। क्योंकि दोनों देशों के राष्ट्रपतियों ने मैत्री बनाए रखने और द्विपक्षीय रिश्तों को बढ़ावा देने के लिए आपसी सहयोग को बढ़ाने का आह्वान किया है। गौरतलब है कि गत शुक्रवार को चीन और रूस के बीच वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार वर्ष का समापन समारोह आयोजित हुआ। इस अवसर पर दोनों देशों के नेताओं ने जो बधाई संदेश दिए, उनमें विज्ञान व तकनीकी क्षेत्र में सहयोग का उल्लेख किया गया है। चीन और रूस के बीच वैज्ञानिक व तकनीकी नवाचार वर्ष की शुरूआत 26 अगस्त 2020 को हुई थी। जैसा कि हम जानते हैं कि चीन और रूस विभिन्न मंचों में एकजुटता दिखाते हैं। ब्रिक्स के पटल पर भी दोनों की महत्वपूर्ण भूमिका दिखती है। इतना ही नहीं कोरोना महामारी की शुरूआत के बाद भी दोनों देशों ने गहराई से सहयोग किया। इसके साथ ही इन पड़ोसी देशों ने एक हजार से अधिक वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार गतिविधियां आयोजित कीं। जैसा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने भी इन बातों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि चीन और रूस ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सक्रिय प्रतिक्रिया दिखायी। जबकि विमानन, एयरोस्पेस व परमाणु ऊर्जा के साथ डिजिटल अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में सक्रिय रूप से उन्नत द्विपक्षीय सहयोग किया। वहीं प्रमुख सामरिक महत्व की परियोजनाओं पर चीन-रूस संयुक्त विज्ञान-तकनीक नवाचार कोष भी स्थापित किया गया है, जो एक बड़ी उपलब्धि है। वहीं रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि रूस और चीन के बीच वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार वर्ष की सफलता बहुत अहम है। जिसने नए युग के लिए समन्वय की व्यापक रणनीतिक साझेदारी के ढांचे के तहत दोनों देशों के वैज्ञानिक और तकनीकी सहयोग के महत्व को पूरी तरह से प्रदर्शित किया है। इससे साबित होता है कि चीन और रूस के बीच वैज्ञानिक व तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। (अनिल पांडेय----चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग) --आईएएनएस एएनएम