बेल्जियम के राजा ने कांगो में औपनिवेशिक अतीत पर पछतावा जताया
बेल्जियम के राजा ने कांगो में औपनिवेशिक अतीत पर पछतावा जताया 
दुनिया

बेल्जियम के राजा ने कांगो में औपनिवेशिक अतीत पर पछतावा जताया

Raftaar Desk - P2

नई दिल्ली, 30 जून (हि.स.)। बेल्जियम के राजा फिलिप ने पहली बार अफ्रीकी देश डीआर कांगो में औपनिवेशिक शासन के दौरान किए गए नुकसान के लिए "गहरा पछतावा" व्यक्त किया है। फिलिप ने मंगलवार को कांगो की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर डीआर कांगो के राष्ट्रपति फेलिक्स सिसेकेडी को लिखे एक पत्र में कहा, "अतीत के इन घावों के लिए मैं गहरा शोक व्यक्त करना चाहता हूं, जिनके दर्द को आज भी हमारे समाजों में मौजूद भेदभाव के कारण महसूस किया जाता है।" पिछले महीने के अंत में अफ्रीकी-अमेरिकी जॉर्ज फ्लॉयड की अमेरिका में मिनियापोलिस में पुलिस द्वारा गिरफ्तार करने के बाद हुई मौत के बाद बेल्जियम में अपने औपनिवेशिक इतिहास पर ताजा बहस छिड़ गई है। इतिहासकारों का कहना है कि अब जो डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो का इलाका है उसमें बेल्जियम के किंग लियोपोल्ड-II के रबर बागानों में काम करने वाले लाखों अफ्रीकी लोग मारे गए, अपाहिज हुए या बीमारी से मर गए। फिलिप ने किंग लियोपोल्ड का उल्लेख किए बिना कहा कि इस अवधि के दौरान "हिंसा और क्रूरता के कार्य किए गए थे जो हमारी सामूहिक स्मृति पर बोझ डालते हैं। उन्होंने कहा कि इसके आगे का औपनिवेशिक काल (1908-60) भी दुख और अपमान का कारण बना। फिलिप ने कहा कि वह नस्लवाद के सभी रूपों का मुकाबला करेंगे। उन्होंने कहा कि वह बेल्जियम की संसद द्वारा शुरू किए गए मुद्दे को आगे बढ़ाने के लिये प्रोत्साहित करना चाहते हैं ताकि इस तरह की यादों को एक तरफ रखा जा सके। 1865 और 1909 के बीच शासन करने वाले लियोपोल्ड की कई मूर्तियों को हाल के हफ्तों में बेल्जियम में प्रदर्शनकारियों द्वारा रंगा या तोड़ दिया गया है और उनको हटाने के लिए एक याचिका शुरू की गई है। कुछ संस्थानों ने जनता के गुस्से को कम करने के लिए सार्वजनिक स्थलों से प्रतिमाओं को हटा दिया है। हिन्दुस्थान समाचार/राकेश सिंह-hindusthansamachar.in