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दुनिया

160 पर्वतारोहियों को नेपाल के अंदर 2 चोटियों पर चढ़ने की मिली अनुमति

Raftaar Desk - P2

काठमांडू, 7 सितम्बर (आईएएनएस)। पर्यटन विभाग ने कहा कि 160 पर्वतारोहियों को पतझड़ के मौसम में नेपाल के अंदर दो हिमालयी पहाड़ों पर चढ़ने का परमिट मिला है। जैसा कि विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों से पता चलता है, 15 टीमों के 157 पर्वतारोहियों को माउंट मानसलू के लिए परमिट मिला है, जो दुनिया की आठवीं सबसे ऊंची चोटी 8,163 मीटर है, जबकि तीन सदस्यीय टीम को दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची माउंट कंचनजंगा के लिए हरी झंडी दी गई थी। विभाग के अनुभाग अधिकारी भीष्म राज भट्टाराई ने समाचार एजेंसी सिन्हुआ को बताया, शरद ऋतु के मौसम के लिए चढ़ाई परमिट प्राप्त करने वाले कई पर्वतारोहियों का सुझाव है कि पर्वतारोहियके बीच नेपाल के हिमालयी पहाड़ों का एक बड़ा आकर्षण है। अधिकारी ने कहा, यहां पहाड़ों पर चढ़ने के लिए बड़ी संख्या में पर्वतारोही नेपाल पहुंच रहे हैं। भले ही नेपाल विदेशी पर्यटकों के लिए ऑन-अराइवल वीजा जारी नहीं कर रहा है, क्योंकि अप्रैल में देश में कोविड -19 की दूसरी लहर आई थी। विभाग के अनुसार, इस साल वसंत ऋतु में, नेपाल के अंदर हिमालयी पहाड़ों का प्रयास करने वाले पर्वतारोहियों के बीच कोरोनोवायरस के फैलने की रिपोर्ट ने अंतर्राष्ट्रीय सुर्खियां बटोरीं, फिर भी कुल 633 पर्वतारोहियों और उनके सहायक कर्मचारियों ने माउंट एवरेस्ट सहित छह पहाड़ों को फतह किया, जो 8848.86 मीटर पर दुनिया का सबसे ऊंचा पर्वत है। भट्टाराई ने कहा कि अधिकांश पर्वतारोही इस महीने शुरू हुए पतझड़ के मौसम में मानसलू पर्वत पर चढ़ने की तैयारी कर रहे थे क्योंकि यह मौसम चोटी पर चढ़ने के लिए उपयुक्त है। हिमालय विजन ट्रेक्स एंड एक्सपीडिशन प्रा. लिमिटेड, एक नेपाली कंपनी, पर्वतारोहियों के एक समूह के लिए माउंट मानसलू के एक अभियान का आयोजन कर रही है। कंपनी के निदेशक सुभाष कुमार श्रेष्ठ ने सिन्हुआ को बताया, हम दस पर्वतारोहियों के लिए पूरे यूरोप से उन्हें चढ़ाई परमिट मिलने के बाद अभियान का आयोजन कर रहे हैं। उन्होंने कहा, कई पर्वतारोहियों ने इस साल वसंत ऋतु में पहाड़ों पर चढ़ने के लिए नेपाल का दौरा किया, तब भी जब नेपाल में कोरोनोवायरस का प्रसार देखा जा रहा था। वे अब बिना किसी डर के नेपाल आ रहे हैं क्योंकि उन्हें कोविड -19 के खिलाफ टीका लगाया गया है। नेपाली सरकार द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार, बिना टीकाकरण वाले विदेशी पर्यटकों को 10 दिनों के लिए क्वारंटीन करना चाहिए और अनिवार्य रूप से कोविड -19 पीसीआर टेस्ट करना चाहिए। भट्टाराई ने कहा, पूरी तरह से टीका लगाए गए विदेशी पर्यटकों के मामले में, यह पर्याप्त होगा कि वे एक पीसीआर टेस्ट करें। --आईएएनएस एचके/आरजेएस