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मुख्तार-अफजाल अंसारी को सजा के बाद CM योगी के मंत्री ने सपा सरकार पर साधा निशाना

लखनऊ,एजेंसी। जो जैसा करेगा, वैसा भरेगा। हमारे कबीरदास ने कहा और हमारे हर धर्म शास्त्रों में ऐसा लिखा है कि जईसन कर्म वैइसन भरन। जैसा उन्होंने किया वैसा न्यायापालिका ने उनके साथ किया। यह बातें निर्बल इंडियन शोषित हमारा आम दल (निषाद पार्टी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार में मत्स्य विभाग के कैबिनेट मंत्री डॉ संजय कुमार निषाद ने बाहुबली मुख्तार और उसके सांसद भाई अफजाल अंसारी को न्यायालय के सजा सुनाए जाने पर कही।।

न्यायपालिका ने साक्ष्यों और सबूतों के आधार पर सजा सुनाई है

डॉ संजय निषाद ने से कहा कि भारत संविधान पर चलता है और लोकतांत्रिक देश है। संवैद्धानिक रुप से न्यायपालिका का सम्मान होना चाहिए। न्यायपालिका ने साक्ष्यों और सबूतों के आधार पर सजा सुनाई है, उसका सभी को सम्मान करना चाहिए। इस सजा से लोगों को सोचने के लिए विवश होना पड़ेगा। पहले की सरकारें थी कि न्यायपालिका अलग रहती थी, कार्यपालिका अलग होती थी। पता चला कि सहयोग नहीं मिलता था, न्यायपालिका को सजा सुनाने के लिए बड़ा लम्बा समय लगता था। प्रशासनिक व्यवस्था को धन्यवाद देता हूं कि कम से कम इस सजा और निर्णय को दिलाने में न्यायपालिका का सहयोग किया गया। लोगों को इसको देखते हुए सुधार करना चाहिए। अपने संविधान के प्रति लोगों को हर्षित होना चाहिए। लोकतांत्रिक ढंग से जिएं और संविधान, सांस्कृतिक को आत्मसात करें और सौहार्द-शांति के साथ देश और प्रदेश में रहें।

सपा नेता शिवपाल यादव ने अफजाल अंसारी की तारीफ

सपा नेता शिवपाल यादव के अफजाल अंसारी की तारीफ और नजदीकियां बढ़ने के सवाल पर कैबिनेट मंत्री डॉ संजय निषाद ने कहा कि लोकतंत्र में न्यायपालिका जब तक किसी को दोषी न ठहरा दे, तब तक किसी को भी कुछ नहीं कहा जा सकता है। उससे पहले कोई भी उसका समर्थन कर सकता है, उस पर हम कुछ नहीं कह सकते हैं। शिवपाल यादव अच्छे नेता हैं। पिछड़ों के नेता हैं, बड़े नेता हैं। उन्होंने किन परिस्थितियों में ऐसा कहा यह मैं नहीं जानता। लेकिन आज के दिन जो सजा सुनाया गया है, उस पर सभी को न्यायपालिका का समर्थन करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि बाहुबली मुख्तार और उसके सांसद भाई अफजाल अंसारी पर चल रहे कृष्णानंद राय हत्याकांड के मामले में शनिवार को एमपी-एमएलए कोर्ट ने फैसला सुनाया है। इनमें मुख्तार को दस और अफजाल को चार साल की सजा सुनाई गई है। न्यायालय के सजा सुनाए जाने के बाद बसपा से सांसद अफजाल अंसारी की सांसदीय सदस्यता भी खतरे में पड़ गई है।