vivaan-shah-i-became-more-compassionate-towards-the-community-by-playing-the-role-of-kabadiwala
vivaan-shah-i-became-more-compassionate-towards-the-community-by-playing-the-role-of-kabadiwala 
मनोरंजन

विवान शाह: कबाड़ीवाला की भूमिका निभाने से मैं समुदाय के प्रति अधिक दयालु बना

Raftaar Desk - P2

मुंबई, 19 मई (आईएएनएस)। अभिनेता विवान शाह का कहना है कि फिल्म कबाड़ : द कॉइन में एक स्क्रैप डीलर की भूमिका निभाने से उन्हें यह जानने में मदद मिली कि स्क्रैप डीलरों को एक समुदाय के रूप में जीवन में किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। विवान ने आईएएनएस को बताया हम कबाड़ीवालों (स्क्रैप डीलर्स) और हमारे घरों और कार्यालयों से हर दिन कचरा इकट्ठा करने वालों को देखते हैं, लेकिन हम उनके जीवन के बारे में एक पल भी नहीं सोचते हैं। यह उनके अथक प्रयास का नतीजा है जो हम साफ शहर में रहते हैं, लेकिन वह अत्यधिक गरीबी और कठिनाई में रहते हैं । उन्होंने आगे कहा कबाड़ीवाला की भूमिका निभाने से मुझे हकीकत में उन पर दया आई है। ऐसे लोग भी हैं जो कम पैसा कमाते हैं लेकिन फिर भी समाज में सम्मान रखते हैं। हम इन कचरा और कबाड़ संग्राहकों को कोई सम्मान या वित्तीय सहायता नहीं देते हैं। कल्पना कीजिए, अगर उन्होंने कचरा, कूड़ा, करकट इकट्ठा करना बंद कर दिया, तो हम लगभग कूड़ेदान में रहेंगे! लेकिन फिर भी क्या हम उन्हें धन्यवाद देते हैं, जब वे हमारे घरों से कचरा इकट्ठा करते हैं? विवान के लिए, यह भूमिका रोमांचक थी। उन्होंने कहा, मेरे लिए इस भूमिका को निभाना रोमांचक था जो ठेठ बॉम्बेया टपोरी बोली में बोलता है। मैं बॉम्बे का लड़का हूं जो इस भाषा को सुनते हुए बड़ा हुआ हूं। उस बोली में बात करना मजेदार था। फिल्म की कहानी एक युवा छात्र बंधन के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे जीवित रहने के लिए एक स्क्रैप डीलर की नौकरी करने के लिए मजबूर किया जाता है । आखिर में उसे सोने के सिक्कों से भरा बैग मिलता है। जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है, यह सामने आता है कि कैसे उसका जीवन बदल जाता है, बल्कि, उसे भावनात्मक उथल-पुथल और विश्वासघात के माध्यम से खतरे में डाल देता है। फिल्म का निर्देशन वरदराज स्वामी ने किया है और इसमें जोया अफरोज और अभिषेक बजाज भी हैं। कबाड़ द कॉइन एमएक्स प्लेयर पर स्ट्रीम होगी। --आईएएनएस एसएस/आरजेएस