क्राइम

पोकरण आत्मदाह मामला: दलित समाज ने की निष्पक्ष जांच की मांग

Raftaar Desk - P2

जोधपुर, 15 सितम्बर (हि.स.)। जैसलमेर जिले में रामदेवरा में खातेदारी जमीन पर कब्जा करने की प्रताडऩा के शिकार होकर आत्मदाह करने को मजबूर हुए गिरधारीराम की मौत के बाद लोगों में गुस्सा बढ़ गया है। इस प्रकरण को लेकर विरोध प्रदर्शन कर न्याय की मांग तेज हो गई है। मंगलवार को जोधपुर जिला कलेक्ट्रेट पर विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने अतिरिक्त जिला कलक्टर से मिलकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में गिरधारीराम भील को आत्मदाह करने के लिए मजबूर करने वाले सभी आरोपीयों को अविलंब गिरफ्तार कर जेल भिजवाने, मामला मृतक की खातेदारी जमीन से जुड़ा हुआ है, मृतक के परिवार को बेखल करने का षडय़ंत्र किया गया जिसमें कई प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका में रही हैं अत: इन सभी को बर्खास्त करने, प्रकरण में रामदेवरा सरपंच समंदरसिंह मुख्य अभियुक्त हैं अत: उसे सरपंच पद से बर्खास्त कर हमेशा के लिए अयोग्य घोषित करने, पीडि़त परिवार को 50 लाख का मुआवजा देने, पीडि़त परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, मृतक के परिजनों के खेत का सीमांकन कर उन्हें सम्पूर्ण कब्जा देने, इस मामले में संपूर्ण अनुसंधान को निष्पक्ष तरीके से करने के प्रभावी कदम उठाने सहित न्यायालय में शीघ्र चालान पेश करने जैसी मांगों को शामिल करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी गई। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश / ईश्वर-hindusthansamachar.in