क्राइम

जोबनेर एसएचओ के पिता ने सूदखोरों से तंग आकर की आत्महत्या

Raftaar Desk - P2

सीकर, 23 अक्टूबर (हि.स.)। राजधानी जयपुर के जोबनेर में तैनात थानाधिकारी हितेश शर्मा के पिता सुखदेव शर्मा ने सूदखोरों से परेशान होकर जहर खा लिया। इसके बाद थानाधिकारी के पिता को जयपुर रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई। ऐसे में उन्हें चौमूं के बराल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उन्होंने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया। मृतक सुखदेव शर्मा खंडेला थाना इलाके के होद गांव में रहते थे। मृतक के बेटे थानाधिकारी हितेश शर्मा ने पिता की मौत के बाद थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है, जिसमें उन्होंने सुसाइड नोट का भी जिक्र किया है। जोबनेर थानाधिकारी हितेश शर्मा निवासी होद ने मामला दर्ज करवाया कि उनके पिता सुखदेव (45) ने सूदखोरों से परेशान होकर जहर खाकर आत्महत्या की है। थानाधिकारी ने रिपोर्ट में बताया कि बंशीधर मंगावा, विजय मंगावा, उनके परिजन और अन्य लोग उनके पिता को रुपयों के लिए परेशान कर रहे थे। उन्होंने उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी थी। इसके बाद सभी ने मिलकर कर्ज के रुपयों पर ब्याज पर ब्याज लगाकर कर्जा बढ़ाया और उनके पिता पर कर्ज चुकाने का दबाव बनाने लगे। इस बात से परेशान होकर उनके पिता ने आत्महत्या कर ली। इन सारी बातों का खुलासा सुसाइड नोट से हुआ है। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। पुलिस के अनुसार मृतक ने श्रीमाधोपुर मंडी में अनाज की दुकान खोल रखी थी, जो किसानों से अनाज खरीदने और बेचने का काम करते थे। सुखदेव और उसकी पत्नी जयपुर अपने बेटे हितेश के पास गए हुए थे, जहां से वे दो दिन पहले ही आए थे। मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा कि कर्जदारों से बहुत दुखी हूं। सभी ने ब्याज पर ब्याज लगाकर इतने रुपए कर दिए कि मैं चुकाने में असमर्थ था। मेरे पास इसके अलावा कोई उपाय नहीं था। विशेषकर बंशीधर मंगवा और इसके परिवार के लोगों के दवाब से मैं टूट गया। मेरी जीने की इच्छा थी लेकिन मैं दबाव का सामना नहीं कर सका, इसलिए मैं आत्महत्या कर रहा हूं। हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ ईश्वर-hindusthansamachar.in