नई दिल्ली, 27 अक्टूबर (हि.स.)। राजधानी में अपराध व अपराधियों पर लगाम कसने के लिए सीसीटीवी पुलिस के लिए सबसे बड़ी मददगार बन रही है। यही वजह है कि दिल्ली में सीसीटीवी कैमरों को अधिक से अधिक जगह लगाने का प्रयास न केवल पुलिस बल्कि दिल्ली सरकार भी कर रही है। दिल्ली के विभिन्न इलाकों में अभी पांच लाख से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। गृह मंत्रालय के सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत जल्द ही इनकी संख्या बढ़ने वाली है। जानकारी के अनुसार दिल्ली में मुख्य रूप से तीन तरह के सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। दिल्ली सरकार द्वारा करीब डेढ़ लाख कैमरे सभी विधानसभा क्षेत्रों में लगाये गए हैं। वहीं जल्द ही डेढ़ लाख कैमरे लगाए जाने का काम शुरू होने वाला है। इसके अलावा पुलिस की तरफ से महत्वपूर्ण स्थानों, बाजार, ऐतिहासिक स्थल आदि जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनकी संख्या हजारों में है। 'सीसीटीवी से सुलझते हैं कई अपराध' मध्य जिला के डीसीपी संजय भाटिया ने बताया कि राजधानी में जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। ऐसे में अपराध या अपराधी का कैमरे से बचना बहुत मुश्किल होता है। किसी भी अपराध के बाद पुलिस सबसे पहले उस क्षेत्र में लगे सीसीटीवी की फुटेज खंगालती है। इससे मिले सुराग की मदद से काफी मामलों को सुलझाने में मदद मिलती है। यही वजह है कि पुलिस निगेहबान योजना के तहत अधिक से अधिक को सीसीटीवी लगाने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस सीसीटीवी खराब होने पर उसकी मरम्मत का भी काम करवाती है। ट्रैफिक पुलिस चालान के लिए कर रही सीसीटीवी का इस्तेमाल दिल्ली में ट्रैफिक पुलिस भी नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल कर रही है। राजधानी में 100 से ज्यादा जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जो रोजाना हजारों लोगों का चालान करते हैं। सीसीटीवी कैमरे द्वारा किए जाने वाले चालान की संख्या रोजाना पुलिसकर्मियों द्वारा किए जाने वाले चालान से कहीं ज्यादा रहती है। ट्रैफिक पुलिस तेज गति से वाहन चलाने वाले, बिना सीट बेल्ट कार चलाने वाले, रेड लाइट जंप करने वाले, बिना हेलमेट दोपहिया चलाने वाले और जेबरा क्रॉसिंग पर गाड़ी खड़ी करने वाले लोगों का चालान इन कैमरों के जरिए करती है। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी-hindusthansamachar.in