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अपडेट.. पुस्तकालय अध्यक्ष भर्ती परीक्षा: एसओजी व पुलिस की कार्रवाई: ब्लू टूथ से नकल करते दो को पकड़ा गया

Raftaar Desk - P2

अपडेट.. जोधपुर, 19 सितम्बर (हि.स.)। कर्मचारी चयन बोर्ड की तरफ से शनिवार को जोधपुर में आयोजित पुस्तकालयाध्यक्ष भर्ती परीक्षा में एक फर्जी परीक्षार्थी को पुलिस व एसओजी ने संयुक्त कार्रवाई कर पकड़ा। वह किसी अन्य परीक्षार्थी की जगह पर परीक्षा दे रहा था। इसके साथ ही एक अन्य परीक्षा केंद्र से से एक परीक्षार्थी को ब्लू टूथ से नकल करते पकड़ा। पुस्तकालय अध्यक्ष की भर्ती परीक्षा आज शहर के विभिन्न कें द्रों पर आयोजित हुई। इस बार कोविड 19 की गाइड लाइन के साथ शुरू हुई परीक्षा में पूरी सावधानी बरती गई। परीक्षा में ब्लूटूथ गैंग व फर्जी परीक्षार्थियों के शामिल होने की सूचना पर एसओजी और स्थानीय पुलिस ने सभी परीक्षा केंद्रों पर सर्च ऑपरेशन चलाया। एसओजी टीम ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय नागौरी गेट में एक फर्जी परीक्षार्थी को पकड़ा। पुलिस उपायुक्त पूर्व धर्मेंद्रसिंह यादव व एसओजी के एएसपी ओमप्रकाश उज्जवल ने बताया कि यहां सिणधरी निवासी अचलाराम जाट को पकड़ा। वह हेमागुडा गांव झाब निवासी मोहनराम मेघवाल की जगह परीक्षा देने आया था। उससे पूछताछ की जा रही है। यह नकल गिरोह में शामिल था। इधर पुलिस उपायुक्त पश्चिम आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि चौपासनी हाउसिंग बोर्ड के 11 सेक्टर स्थित परीक्षा केंद्र वरूण भारती स्कूल में एक परीक्षार्थी श्रीराम विश्नोई को ब्लूटूथ के माध्यम से नकल करने के संदेह होने पर वीक्षक ने पकड़ा। बाद में इस बारे में पुलिस को सूचना दी गई। इस पर चौपासनी हाउसिंग बोर्ड पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और परीक्षा खत्म होने पर उसे पुलिस थाने लेकर आई। इधर जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय की रजिस्ट्रार चंचल वर्मा भी वहां पहुंची। विश्वविद्यालय की ओर से दी गई रिपोर्ट पर चौपासनी हाउसिंग बोर्ड पुलिस ने श्रीराम विश्नोई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। डीसीपी ने बताया कि विश्नोई का किसी नकल करवाने वाले गिरोह से संबंध होने की आशंका है इसलिए उससे पूछताछ की जा रही है। एक ऑडियो वायरल हो रहा था, पता किया जा रहा है कि उससे विश्नोई का कोई कनेक्शन है या नहीं। मोबाइल कॉल डिटेल से जांच की जा रही है। पेपर आउट होने का संदेह इस संबंध में पांच लाख रुपए परीक्षा का पेपर आउट होने का संदेह भी जताया गया है। यह पेपर सीकर में आउट होना बताया गया है लेकिन इसका खुलासा नहीं हो पाया है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 में होने वाली इस परीक्षा का आयोजन 2019 होना था लेकिन उस वक्त परीक्षा का पेपर आउट हो गया था। तब पुलिस ने सीकर के दलालों व माफिया को पकड़ा था। शुक्रवार को फिर से परीक्षा लीक होने का अंदेशा चल रहा था। सूत्रों की माने तो परीक्षा का पेपर पांच पांच लाख में उपलब्ध करवाया जाना सीकर में सामने आ रहा है लेकिन इस बारे में कोई खुलासा नहीं हो पाया। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश / ईश्वर-hindusthansamachar.in