क्राइम

दो हफ्ते बाद भी इंडिगो मैनेजर रूपेश हत्याकांड में एसआईटी को नहीं मिला कोई सुराग

Raftaar Desk - P2

-अंधेरे में तीर चला रही है बिहार पुलिस पटना, 28 जनवरी (हि.स)। इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या के दो सप्ताह हो गए। यह हत्या पटना पुलिस के लिए एक पहेली बनकर रह गयी है। पटना पुलिस समेत चार एसआईटी अंधेरे में ही तीर चला रही है। दो हफ्ते गुजर जाने के बद भी एसआइटी या कोई भी एजेंसी यह पता नहीं लगा सकी है कि उनकी हत्या का क्या उदेश्य था। कभी पुलिस की जांच एयरपोर्ट पार्किंग के विवाद पर टिक रही है तो कभी टेंडर पर। रूपेश की हत्या की सूई बिल्डर के इर्द-गिर्द घूमी, तो कभी रूपेश के राजनीतिक कद व अन्य कारणों पर। विभिन्न जगहों से पुलिस ने पांच शूटरों को उठाया- अलग-अलग पर उनसे पूछताछ हुई, लेकिन उसके कोई फलाफल नहीं निकल पाए। पुलिस मामले को हल करने से पहले शूटर को गिरफ्तार करना चाह रही है। क्योंकि पुलिस का मानना है कि शूटर्स अगर गिरफ्तार हो गये, तो सुपारी देने वाले का नाम भी सामने आ जायेगा। पटना पुलिस की माने तो इस मामले में पुलिस ने 300 से अधिक लोगों से पूछताछ किया है। 50 लोग हिरासत में हैं। एसटीएफ, एसआइटी ने आधा दर्जन बाइकरों को भी पकड़ा। उनसे पूछताछ भी किया गया। पुलिस की टीम गोवा से लेकर दिल्ली तक छान आयी। यूपी से लेकर झारखंड के कई जिलों में दबिश बनायी पर नतीजा सिफर ही रहा। दो टीमें फिर दिल्ली और झारखंड गयी हुई हैं। लेकिन इसके बाद भी पुलिस को हत्या का कोई सुराग नहीं हाथ लग रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/ राजेश-hindusthansamachar.in