police-arrested-five-miscreants-including-absconding-historyheater-in-26th-criminal-case
police-arrested-five-miscreants-including-absconding-historyheater-in-26th-criminal-case 
क्राइम

छब्‍बीस आपराधिक मामले में फरार हिस्ट्रीशीटर सहित पांच बदमाश चढे पुलिस के हत्थे

Raftaar Desk - P2

जयपुर,09 फरवरी (हि.स.)। पुलिस कमिश्नरेट की क्राईम ब्रांच टीम ने शहर में हत्या के प्रयास के कई मामलों में फरार चल रहे हिस्ट्रीशीटर मनीष सैनी सहित पांच बदमाशों को मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर खो नागोरियान से गिरफ्तार किया है। फरारी के बाद से गैंगस्टर मनीष सैनी काफी लोगों से रंगदारी वसूलने के लिए धमकी दे रहा था। उसके खिलाफ जयपुर शहर में गंभीर आपराधिक वारदातों के 26 मुकदमे दर्ज है। कई मामलों में फरार चल रहे गैंगस्टर मनीष सैनी सहित पकड़े गए बदमाशों से पूछताछ के साथ ही गिरोह के अन्य बदमाश की तलाश और हथियार बरामदगी के प्रयास किए जा रहे है। पुलिस उपायुक्त जयपुर (क्राइम) दिगंत आनंद ने बताया कि आरोपित मनीष सैनी (30) निवासी विनोवा बिहार माडल टाउन मालवीय नगर, उसके भाई अक्षय सैनी (26) निवासी विनोवा बिहार माडल टाउन मालवीय नगर,राकेश सैनी (30) निवासी आनन्दपुरी मोतीडूंगरी,चन्दन सिंह भाटी उर्फ सुरेन्द्र सिंह (27) निवासी श्रीमाधोपुर सीकर और उजागर सिंह (32) निवासी सत्यनगर झोटवाडा को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उपायुक्त जयपुर (क्राइम) ने बताया कि मनीष सैनी व अक्षय सैनी सगे भाई है और इन दोनों अपनी गैंग के चंदन सिंह व राकेश सैनी के साथ आमेर, आदर्श नगर व मानसरोवर इलाके में जानलेवा हमले की वारदातें कर चुके है। इनकों पुलिस काफी समय से तलाश कर रही थी। आरोपित मनीष सैनी प्रदेश और बाहरी राज्यों के बदमाशों को संरक्षण दे चुका है। इन चारों बदमाशों को सीएसटी ने आमेर थाना पुलिस को सौंपा है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुलेश चौधरी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित उजागर सिंह जयपुर में सिंधीकैंप में वाहन चोरी और झोटवाड़ा में दर्ज एक मुकदमे और सीकर जिले में गैंगस्टर राजू ठेठ के भाई ओमी ठेठ को हथियार सप्लाई करने के मुकदमे में फरार चल रहा था। वह पुलिस को चकमा देने के लिए गाडियां बदलता रहता है। वह नीमकाथाना, जिला सीकर में फरारी काट रहा था। उजागर सिंह को झोटवाड़ा थाना पुलिस के सुपुर्द किया है। जयपुर जेल में बंद रहने के दौरान गैंगस्टर मनीष सैनी मोबाइल से गैंग को ऑपरेट करता था। जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद से ही मनीष ने अपनी गैंग को सक्रिय कर लिया। काफी लोगों को रंगदारी वसूली के लिए धमकाना शुरू कर दिया। इस दौरान आमेर, आदर्श नगर व मानसरोवर इलाके में जानलेवा हमले किए, जिसमें गैंगस्टर मनीष, अपने भाई अक्षय और चन्दन व राकेश के साथ शामिल था। इसके अलावा मनीष सैनी के खिलाफ जयपुर शहर के पुलिस थानों में जानलेवा हमले, मारपीट, हत्या, हत्या का प्रयास व आम्र्स एक्ट के 26 मामले दर्ज है। हिन्दुस्थान समाचार/दिनेश/संदीप-hindusthansamachar.in