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क्राइम

पटियाला हाउस कोर्ट के कर्मचारी ने सरकारी नौकरी लगवाने के लिए कई लोगों से लाखों रुपये ठगे

Raftaar Desk - P2

नई दिल्ली, 01 अप्रैल (हि.स.)। पटियाला हाउस कोर्ट के कर्मचारी ने सरकारी नौकरी लगवाने के लिए कई लोगों से लाखों रुपये ठग लिये। ठगी का पता चलने पर लोगों ने अपने रुपये मांगे तो आरोपित ने हमदर्दी के लिए खुद पर ही गोली चलवा दी। लेकिन कल्याणपुरी थाना पुलिस ने इस पूरी वारदात से पर्दा उठाकर मेरठ के दो बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान भवानी नगर, हापुड़ रोड, मेरठ निवासी जुबैर (42) और जाकिर हुसैन कालोनी, हापुड़ रोड, मेरठ निवासी राशिद (36) के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपितों के पास से एक इटली में बनी विदेशी पिस्टल व एक कारतूस बरामद किया है। इस पूरी साजिश का मुख्य आरोपित मोहम्मद अब्बास (30) अभी गोली लगने की वजह से अस्पताल में भर्ती है। उसके डिस्चार्ज होते ही पुलिस उसे गिरफ्तार कर लेगी। डीसीपी दीपक यादव ने बताया कि 16 मार्च की रात करीब 1.20 बजे कल्याणपुरी थाना पुलिस को एलबीएस अस्पताल से एक युवक को गोली लगने की खबर मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची तो वहां पर मोहम्मद अब्बास मिला। उसकी कमरे की साइड में गोली लगी थी। अब्बास ने बताया कि कल्याणवास शिव मंदिर के पास अज्ञात लोग उसे गोली मारकर भाग गए। पुलिस को गुमराह करने के लिए अब्बास ने अपने एक जानकार हसन मोहम्मद उर्फ मन्नू पर शक जाहिर किया। पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि अब्बास पटियाला हाउस कोर्ट में मल्टी टास्क स्टाफ (एमटीएस) है। अब्बास ने सरकारी नौकरी लगवाने का झांसा देकर कई लोगों से लाखों रुपये ठगे हुए थे। इसके अलावा उसने हसन मोहम्मद के भतीजे से भी छह लाख रुपये लिये हुए थे। पुलिस को अब्बास पर ही कुछ शक हुआ। पुलिस ने उसका सीडीआर निकलवाया। इसके बाद मेरठ निवासी अरशद को पूछताछ के लिए बुलाया गया। अरशद ने बताया कि कुछ समय पूर्व अब्बास ने उसे खुद पर गोली चलाने का ऑफर दिया था। अब पुलिस का शक यकीन में बदल गया। टेक्निकल सर्विलांस के आधार पुलिस जुबैर तक पहुंची तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया। आरोपित ने बताया कि उसने अब्बास के कहने पर राशिद के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। इसके बदले अब्बास ने उनको 50 हजार रुपये दिए। इससे पूर्व जुबैर ने अब्बास से पैसे लेकर 45 हजार रुपये में विदेशी पिस्टल भी खरीदी थी। 15 मार्च को जुबैर व राशिद स्कूटी से दिल्ली आए थे। लेकिन वह काम नहीं कर पाए। 16 मार्च की रात को अब्बास की सहमति से दोनों ने उसकी कमर की साइड में गोली मारी और फरार हो गए। बाद में अब्बास ने पुलिस को झूठा बयान देकर मामला दर्ज कराया। पुलिस ने बुधवार को जुबैर व राशिद को गिरफ्तार कर लिया। अब अब्बास के ठीक होने का इंतजार किया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी